🔴 UPPCL मीडिया न्यूज़ | तीखी रिपोर्ट
🛑 “एक और हादसा, एक और लापरवाही!”
रीता (रायबरेली)। विद्युत उपकेंद्र डीह में विभागीय लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। देशराज नामक कर्मचारी 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन लाइन पर कार्य कर रहा था, तभी अचानक लाइन चालू कर दी गई और वह झुलसकर ज़मीन पर गिर पड़ा। घायल कर्मचारी का अस्पताल में इलाज जारी है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह शीघ्र स्वस्थ हों।
पर बड़ा सवाल यह है कि यह हादसा किसकी जिम्मेदारी है?
क्या अब कर्मचारियों की जान यूँ ही खतरे में डाली जाती रहेगी?
💥 जनपद भर में ऐसे ही हो रहा है काम!
डिह उपकेंद्र की घटना कोई अपवाद नहीं — पूरे जनपद में यही हाल है। छँटनी किए गए कर्मचारी, संविदा से निकाले गए लाइनमैन और लोकल युवक — सभी से जबरन या समझौते के तहत कार्य लिया जा रहा है। लेकिन इतना सब होने के बाद भी जनता को निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं मिल रही।
⚠️ नियमों की खुलेआम धज्जियाँ:
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बिना सुरक्षा उपकरणों के कर्मचारी काम पर लगाए जा रहे हैं।
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लाइन चालू या बंद — इसका कोई समुचित नियंत्रण नहीं।
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मानक प्रक्रिया और निर्देशों को दरकिनार कर रहे हैं जिम्मेदार अफसर।
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विभागीय जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं अधिकारी।
📣 क्या UPPCL और ऊर्जा मंत्रालय सो रहे हैं?
यह लापरवाही नहीं, एक अपराध है!
हर बार हादसा होने के बाद ‘जांच’ और ‘मुआवजा’ की बातें होती हैं, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आता।
📌 UPPCL मीडिया न्यूज़ सवाल करता है:
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आखिर बिना सेफ्टी प्रोटोकॉल के कार्य क्यों कराया जा रहा है?
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हटाए गए या अनौपचारिक कर्मचारियों से जिम्मेदार कार्य क्यों लिया जा रहा है?
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बिजली आपूर्ति बदहाल क्यों है जबकि ज़मीनी कर्मचारी खून-पसीना बहा रहे हैं?
👉 अब वक्त है जवाबदेही तय करने का, न कि मुँह मोड़ने का।
✍️ UPPCL मीडिया “हम सवाल पूछेंगे, जवाब लेकर रहेंगे!”







