
अमेठी, 2 सितंबर। अमेठी जिले में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही ने एक दलित किसान की जिंदगी छीन ली। मंगलवार सुबह खेत में काम करने गए 48 वर्षीय रामदुलारे की 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन के संपर्क में आने से मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि यह तार सोमवार से ही टूटकर खेत में गिरा हुआ था। इसकी सूचना समय रहते विभाग को दी गई थी, लेकिन बिजली विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन मंगलवार सुबह खेत गए रामदुलारे की करंट से झुलसकर मौत हो गई।
छह घंटे तक लाश खेत में पड़ी रही
रामदुलारे जब घर नहीं लौटे तो परिजन खोजबीन करते हुए खेत पहुँचे। वहां उनका शव पड़ा मिला। इस दौरान लाइनमैन ने आकर तार को जोड़ भी दिया लेकिन शव की ओर ध्यान नहीं दिया और न ही किसी को सूचना दी। ग्रामीणों ने इसे अमानवीय और निंदनीय बताया है।
इकलौते कमाऊ सदस्य की मौत से टूटा परिवार
मृतक किसान की चार बेटियों की शादी हो चुकी थी, जबकि घर पर 11 साल का मासूम बेटा है। परिवार का खर्च उठाने वाला रामदुलारे ही अकेला कमाने वाला था। उनकी मौत से पूरे परिवार पर संकट का पहाड़ टूट पड़ा है।
प्रशासन का बयान
मुंशीगंज थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत त्रिपाठी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और शांति व्यवस्था कायम है।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक बिजली विभाग की लापरवाही आमजन की जान लेती रहेगी?