
संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास पर लगाए गए स्मार्ट मीटर से खुलासा हुआ कि पिछले पांच महीनों से पुराने मीटर में कोई रीडिंग नहीं आ रही थी। बिजली विभाग ने इसे कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब भेजा है। उधर बिजली चोरी रोकने के अभियान में संभल के सरायतरीन क्षेत्र में 20 स्थानों पर कटिया कनेक्शन पकड़े गए। आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज कर जुर्माना लगाया जाएगा।
चंदौसी। मंगलवार को संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास पर पुराना मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाया गया था। पुराने मीटर की डिटेल निकाली गई तो चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। कई महीनों से उनका बिल जीरो आ रहा था। मीटर में एक भी यूनिट बिजली का इस्तेमाल नहीं हुआ था। उतारे गए मीटर की लैब टेस्टिंग कराई जागी। इसके लिए अधीक्षण अभियंता की ओर से लिखा गया है।
बिजली विभाग के अफसरों द्वारा संभल शहर में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसमें चार दिन के अंदर सैकड़ों लोगों के यहां बिजली चोरी पकड़ी गई। इनमें पांच मस्जिदों में भी बिजली चोरी पकड़ी गई। इसके बाद सांसद के यहां उपयोग की जा रही बिजली उपयोग की जानकारी निकाली गई, तो मीटर में पांच महीने के अंदर कोई रीडिंग नहीं पाई गई। इस मीटर को विभागीय टीम ने कब्जे में ले लिया और सांसद के मकान पर स्मार्ट मीटर लगा दिया गया।
संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क का जो बिजली बिल निकलवाया गया है, उसके अनुसार जुलाई से लेकर अब तक मीटर में जीरो यूनिट नजर आ रही था, यानि कि एक यूनिट भी बिजली खर्च नहीं की गई। अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि सांसद के यहां लगे मीटर में रीडिंग नहीं आ रही थी। इसे हटवाकर स्मार्ट मीटर लगाया गया है। पुराने मीटर को लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है। मीटर की जांच के बाद ही सही स्थिति का पता लग सकेगा। इसके अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।