
हमीरपुर/राठ। जिले भर में 71 राजकीय नलकूप ठप पड़े हैं। इनमें 52 नलकूप जलस्तर से व 19 नलकूप विद्युत व यांत्रिक दोष से ठप हैं। इनके आसपास की करीब 3500 हेक्टेयर से अधिक जमीन पलेवा न होने से परती पड़ी है। खेतों की सिंचाई को लेकर किसान परेशान है। जिले में 555 राजकीय नलकूप संचालित हैं। इनमें 52 नलकूपों का जलस्तर नीचे जाने से ठप पड़े हैं, जबकि विद्युत दोष से 10 व यांत्रिक दोष से नौ नलकूप ठप हैं। सरीला क्षेत्र के कदौरा व न्यूलीबांसा मौजा में लगे तीन राजकीय नलकूप लंबे समय से खराब हैं। इन नलकूपों से करीब 200 बीघा खेतों की सिंचाई होती है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बिजली विभाग के अवर अभियन्ता अनिल कुमार ने कहा ट्रांसफार्मर के लिए मुख्यालय में डिमांड लगा दी गई है।
न्यूलीबांसा मौजा में लगे नलकूप संख्या 61 व कदौरा मौजा के 62 का ट्रांसफार्मर करीब चार माह पूर्व आकाशीय बिजली गिरने से खराब हो गया था। कदौरा निवासी किसान गंगाचरन, हरीशंकर व सत्येंद्र राजपूत ने बताया कि बिजली विभाग के अवर अभियन्ता को कई बार अवगत कराया पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पलेवा के लिए निजी नलकूपों पर नंबर लगाए हैं।
कदौरा मौजा का नलकूप संख्या 63 करीब डेढ़ साल से ठप पड़ा है। गांव के भान तिवारी, रामप्रकाश, श्रीपत, रामअवतार ने बताया कि डेढ़ साल पहले मोटर जल गई थी। तबसे किसी ने मोटर सही कराने की सुध नहीं ली। ऑपरेटर से कहने पर वह किसानों से ही मोटर सही कराने की बात कहता है।
जलस्तर से 52, विद्युत से 10 व यांत्रिक दोष से नौ नलकूप ठप हैं, जिन्हें ठीक कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बिजली विभाग को पत्राचार कर नलकूपों के ट्रांसफार्मर ठीक कराए जाने को कहा गया है। जिसपर विभाग लापरवाही बरत रहा है- हरिओम, अधिशासी अभियंता नलकूप