
मुजफ्फरनगर। विद्युत निगम की टीम ने मीटर को शंट कर बिजली चोरी पकड़ी है। कंपनी के भीतर लगे मीटर को रिमोट से कंट्रोल किया जा रहा था। जिसके माध्यम से मीटर की रीडिंग को बंद कर बिजली चोरी हो रही थी। सहायक अभियंता मीटर विभाग ने उपभोक्ता के विरुद्ध अभियोग दर्ज कराया है। इसके अलावा कई अन्य कंपनियों, फर्माे में चेकिंग की गई।
मुख्य अभियंता पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को पुरकाजी क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसमें शमा परवीन पत्नी महताब आलम निवासी अब्दुलपुर रोड गांव भोजाहेडी के स्वामित्व वाली इंपीरियल इंटरप्राइजेज पर विद्युत मीटर की जांच की गई। जिसमें विद्युत डिमांड अधिक होने बावजूद खपत कम मिली है। इसकी अधिशासी अभियंता, एसडीओ के अलावा सहायक अभियंता मीटर, अभियंता मीटर के द्वारा गहनता से छानबीन की गई।
रिमोट से संचालित थी शंट डिवाइस
चेकिंग में मुख्य मीटर एवं पोल मीटर में शंट डिवाइस लगी मिली है, जो रिमोट से संचालित थी। रिमोट संचालित डिवाइस से विद्युत खपत को अत्यधिक कम किया जा रहा था। कार्रवाई की पूर्ण वीडियोग्राफी कराई गई। मौके पर मीटर की एमआरआई के साथ सील किया गया। इसके बाद फर्म की विद्युत लाइन को काट दिया गया। अवर अभियंता पुरकाजी चंद्रप्रकाश की तहरीर पर एंटी पावर थेप्ट उपभोक्ता के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
बकाएदारों से वसूले 480 लाख रुपये
मुख्य अभियंता पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि अभियान चलाकर मुजफ्फरनगर क्षेत्र में लगभग 265 विद्युत चोरी के प्रकरण पकड़े गए हैं। जिसके तहत लगभग 26.50 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। वहीं बकाएदारों से लगभग 480 लाख की राजस्व वसूली की गई है। उन्हाेंने कहा कि विद्युत व्यवस्था बनाए रखने में उपभोक्ता सहयोग दें। विद्युत चोरी कानूनन अपराध है। इससे स्वयं बचने और दूसरे उपभोक्ताओं को भी जागरूक करें।