
लखनऊ। शासन की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति तथा शासन की नीतियों में पारदर्शिता लाने व सभी के लिए सुगम करने हेतु भ्रष्टाचार की मिल रही शिकायतों को देखते हुए विजिलेंस ने अपनी कार्यवाही तेज कर दी है। बीते माह से अब तक विभिन्न विभागों के 16 अधिकारी व कर्मचारी घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं। विजिलेंस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने भ्रष्टाचार संबंधी सभी मामलों में अभियोजन की कार्यवाही तेज किए जाने के निर्देश देने के साथ ही सभी सेक्टरों की टीमों को हर शिकायत को पूरी गंभीरता से लेकर सफल ट्रैप के लिए पूरी सावधानी के साथ कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिए हैं। बीते एक माह में पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, राजस्व व अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध मिली शिकायतों पर विजीलेंस ने सख़्ती कर दी है।
भ्रष्टाचार की शिकायत पर बीती 03 अगस्त को सहारनपुर में विजीलेंस ने स्वास्थ्य विभाग पर प्रोत्साहन राशि में कमीशनखोरी की शिकायत पर अपना जाल बिछा कर प्रभारी पूर्वांरक ब्लाक अधीक्षक/चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डाक्टर देशराज सिंह व एकाउँटेंट संदीप शर्मा को न सिर्फ़ 92000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा बल्कि कार्यालय से 21 लाख रुपये नकद भी बरामद किए तथा मामले की और गहनता से छानबीन शुरू की और कुछ अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता का आभास होते ही उन्हे भी जाँच के घेरे मे ले लिया।
राजधानी लखनऊ मे माल थाने मे तैनात उप निरीक्षक अमीन खान को मुकद्दमे से आरोपियों का नाम हटाने के लिए 30,000 रु की घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। लखनऊ तथा गोरखपुर में ही इंस्पेक्टर राम देव गुप्ता तथा सुनील यादव को फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए रिश्वत लेते, आगरा में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुरजीत सिंह यादव को एक ठेकेदार का भुगतान कराने की एवज मे 1.25 लाख रूपया, फिरोजाबाद में विद्युत उपकेंद्र डरबई के अवर अभियंता रामयज्ञ को 10 हजार रूपया, हापुड़ में लेखपाल विपिन धामा को 50 हजार रूपया, आगरा में शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक राम प्रताप शर्मा को 03 लाख रूपया, कानपुर में 24 अगस्त को नगर निगम के कनिष्ठ लिपिक राजेश कुमार यादव को 10 हजार रूपया, मिर्जापुर में स्वास्थ्य विभाग कर्मी कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा को 50 हजार रूपया तथा हापुड़ में बीते सात सितंबर को नगर पालिका परिषद के अवर अभियंता को 2.30 लाख रुपये रिश्वत रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा।
विजिलेंस महानिदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत विजिलेंस की हेल्प लाइन नंबर 9454401866 पर सीधे की जा सकती है। शिकायत को गोपनीय रख कर अपनी कार्यवाही करेगी।