
गाजियाबाद। बिजली आपूर्ति में लापरवाही पर मुरादाबाद व गाजियाबाद के तीन अभियंता समेत चार बिजली कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इन कर्मियों पर बिजली आपूर्ति के लिए खराब गुणवत्ता की एलटी केबिल लगाये जाने का आरोप है।
कार्य में लापरवाही बरतने और वित्तीय हानि पहुंचाने पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के दो अधिशासी अभियंता, एक सहायक अभियंता और एक भंडार अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक मुरादाबाद स्थित बिलारी में एलटीएबी केबिल के क्षतिग्रस्त हो गया था। जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि केबल मानक के अनुरूप ही नहीं था। इसलिए अधिकारियों पर गाज गिरी है।
मुरादाबाद के विद्युत वितरण उपखंड-तृतीय बिलारी में एलटी केबल क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली आपूर्ति लंबी अवधि के लिए बाधित हुई। इस कारण उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। जांच कराए जाने पर एलटी केबल मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। यह एलटी केबल मेसर्स वी मार्क इंडिया लिमिटेड की ओर से आपूर्ति किया गया था। इसकी गुणवत्ता के सम्बंध में निरीक्षण व परीक्षण अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय परीक्षण खंड-तृतीय गाजियाबाद शेर सिंह ने किया गया।
ऊर्जा निगम के जोन-3 के मुख्य अभियन्ता इंजीनियर अजय ओझा ने बताया कि केबल के क्षतिग्रस्त होने पर लंबे समय तक क्षेत्र में बिजली की सप्लाई ठप हो गई थी। उपभोक्ता भी काफी परेशान हुए थे। मामले की जांच कराई गई। इसके बाद विभागीय कार्रवाई में गाजियाबाद के अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय परीक्षण खंड-3 शेर सिंह के साथ मुरादाबाद के अधिशासी अभियंता विद्युत भंडार खंड के रोहताश सिंह, सहायक अभियंता मनोज कुमार और भंडार अधीक्षक अमित कुमार को भी निलंबित किया गया है।
ये है मामला
मुरादाबाद के विद्युत वितरण उपखंड-3 बिलारी में एलटीएबी केबल क्षतिग्रस्त हो गया था। इस कारण क्षेत्र में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी। मामले की जांच के लिए गाजियाबाद से अधिशासी अभियंता शेर सिंह को भेजा गया था, लेकिन इन्होंने जांच ठीक ढंग से नहीं की और विभाग को वित्तीय हानि पहुंचाने की कोशिश की। एलटीएबी केबल मानक के अनुरूप नहीं था।