
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 256 लिपिक एक ही कुर्सी पर 20 से 25 वर्षों से जमे हैं। उनमें 69 लिपिक वाराणसी प्रथम जोन के हैं। वाराणसी जोन द्वितीय में जौनपुर, चंदौली और गाजीपुर के 42 जबकि प्रयागराज जोन में 17 लिपिक हैं। शेष पूर्वाचल के 21 जिलों में हैं।
कई लिपिक मुख्य अभियंता और अधिक्षण अभियन्ता कार्यालयों में है। सिगरा स्थित बेसू-सर्किल प्रथम और द्वितीय में तैनात दो लिपिकों ने अपनी नौकरी का आधा समय एक ही जगह पर काट लिया है। यह खुलासा पूर्वाचल डिस्कॉम की ओर से बनी सूची से हुआ है। वाराणसी जोन के शहरी इलाके में सबसे लंबी अवधि से भेलूपुर प्रथम डिवीजन में एक लिपिक लगभग 21 साल 11 महीने से है। विद्युत वितरण खंड-द्वितीय में एक लिपिक 23 साल से एक ही जगह है। उधर, प्रयागराज विद्युत वितरण खंड-प्रथम में एक लिपिक से 25 साल 9 महीना टिका है।
भिखारीपुर हाईडिल कालोनी स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय लिपिक वर्ष 2015 और 2019 तैनात हैं। सिगरा स्थित एसई दफ्तर पर चार लिपिक वर्षों से जमे हुए हैं।
बिलिंग व टेंडर लिपिकों पर सबसे पहले कार्रवाई
बिलिंग और टेंडर का कार्य देख रहे प्रबंधन के निशाने पर है। लिपिक डिस्काम प्रबंधन ने सबसे पहले उक्त लिपिकों का ट्रांसफर करेगा। इसकी अलग से सूची बना ली गई है। विभाग का माना है कि इनके चलते कार्य प्रभावित हो रहा है।
इस सन्दर्भ में शंभु कुमार, प्रबन्ध निदेशक- पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम ने सफाई देते हुए कहा कि पॉलिसी के आधार र पर लिपिकों का ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
ये है ट्रांसफर पॉलिसी
तीन साल में पटल परिवर्तन
सात साल में दूसरे डिवीजन में तबादला
10 साल में एक से दूसरी ’सर्किल में स्थानांतरण
16 साल में एक जोन से दूसरे जोन में भेजा जाना