यदि आप ने किया है मीटर के साथ छेड़छाड़ अथवा करवा लिया है मीटर डिस्प्ले के छेड़छाड़, तो स्वतः घोषणा योजना का उठायें लाभ

लखनऊ। बिजली चोरी रोकने में नाकाम बिजली कंपनियां अब सख्ती कर रही हैं। अब बिजली मीटर से छेड़छाड़ करने पर उपभोक्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।

पावर कारपोरेशन ने सभी अधीक्षण अभियन्ता को इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि यदि कोई उपभोक्ता मीटर से छेड़छाड़ करता पाया जाए, तो एफआईआर दर्ज कराना अनिवार्य होगा।

जानकारों के अनुसार इलेक्ट्रिसिटी एक्ट में प्रावधान है कि यदि उपभोक्ता मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए, उपभोक्ता के खिलाफ बिजली चोरी का मामला बनाने के साथ-साथ उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करानी होगी।

इसी बीच विभाग ने दिया उपभोक्ताओं को अवसर
लेसा में 01 से 04 किलोवाट के उपभोक्ताओ की बिलिंग के साथ सहायक मीटर रीडिंग एप्प के प्रयोग करने एवं 5 किलोवाट एवं इससे अधिक भार के उपभोक्ताओ की एम.आर.आई. अधारित बिलिंग लागू होने के फलस्वरूप काफी संख्या में विद्युत उपभोक्ताओ के मीटर मे रीडिंग स्टोर होने पर, डिमान्ड अधिक होन, मीटर को टैम्पर कर स्लो किये जाने अथवा मीटर को नो डिस्प्ले किये जाने के मामले पकड़े जा रहे है। ऐसे अपराध में पकड़े गये उपभोक्ताओं के विरूद्ध उनके विरूद्ध भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 126/135 के तहत कार्यवाही की जा रही है।

इसी बीच विभाग उपभोक्ता को अवसर दे रही है कि यदि किसी उपभोक्ता ने लालच में अथवा या किसी के बहकावे मे आकर अपने मीटर को स्लो करने के लिए किसी बाहरी व्यक्ति से मीटर के साथ छेड़छाड़ करवा लिया है यह फिर मीटर के डिस्प्ले को खराब कर दिया है, तो ऐसे विद्युत उपभोक्ता स्वयं इसकी जानकारी स्वतः घोषणा योजना के अन्तर्गत सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता अथवा उपखण्ड अधिकारी के कार्यालय मे जाकर इसकी लिखित सूचना देकर अपना मीटर बदलवा सकते है। ऐसे उपभोक्ताओं से घोषणा करने की तिथि से 03 पूर्व बिलों को सामान्य टैरिफ के दौगुना पर निर्धारण बिल तैयार कर जमा कराया जाएगा तथा मीटर बदल दिया जाएगा। ऐसे उपभोक्ताओं का नाम-पता गोपनीय रखा जाएगा। यदि उपभोक्ता स्वेच्छा से स्वतः घोषणा योजना के अर्न्तगत राजस्व निर्धारण की धनराशि जाम कर टैम्पर मीटर बदलवा लेता है, तो उसके विरूद्ध विद्युत चोरी की कोई एफआईआर. एवं अन्य कोई कार्यवाही नही की जाएगी ।

यह जानकारी अधीक्षण अभियन्ता विद्युत नगरीय वितरण- मण्डल द्वितीय/नवम् लेसा, टॉस गोमती – द्वितीय इंजीनियर यदुनाथ राम ने दी।

  • UPPCL MEDIA

    "यूपीपीसीएल मीडिया" ऊर्जा से संबंधित एक समाचार मंच है, जो विद्युत तंत्र और बिजली आपूर्ति से जुड़ी खबरों, शिकायतों और मुद्दों को खबरों का रूप देकर बिजली अधिकारीयों तक तक पहुंचाने का काम करता है। यह मंच मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश में बिजली निगमों की गतिविधियों, नीतियों, और उपभोक्ताओं की समस्याओं पर केंद्रित है।यह आवाज प्लस द्वारा संचालित एक स्वतंत्र मंच है और यूपीपीसीएल का आधिकारिक हिस्सा नहीं है।

    OTHER UPPCL MEDIA PLATFORM NEWS

    बिजली बिल राहत योजना उपभोक्ताओं में लोकप्रिय, 4 लाख के करीब रजिस्ट्रेशन

    300 करोड़ से अधिक राजस्व, अध्यक्ष ने कमज़ोर परफॉर्मेंस पर कसे पेंच लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन की समीक्षा बैठक में आज अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बिजली बिल राहत…

    अगले 5 साल में एनर्जी सेक्टर में 75 अरब डॉलर निवेश करेंगे गौतम अडाणी, बताया आगे का ब्लूप्रिंट

    अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने घोषणा की है कि उनका समूह अगले पांच वर्षों में ऊर्जा परिवर्तन (Energy Transition) सेक्टर में 75 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का…

    बिजली चोरी निरोधक थाने के इंस्पेक्टर ₹5,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ हुए गिरफ्तार

    बिजली चोरी निरोधक थाने के इंस्पेक्टर ₹5,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ हुए गिरफ्तार

    EXCLUSIVE — यूपीपीसीएल का “मीटर माफिया” कांड! अमेठी में फूटी बिजली व्यवस्था की पोल – मीटर, केबिल समेत पूरा सेटअप गायब!

    EXCLUSIVE — यूपीपीसीएल का “मीटर माफिया” कांड! अमेठी में फूटी बिजली व्यवस्था की पोल – मीटर, केबिल समेत पूरा सेटअप गायब!

    तत्कालीन जेई-लाइनमैन के फर्जी केस का भंडाफोड़ — कोर्ट ने 17 साल बाद खोला विभागीय खेल

    तत्कालीन जेई-लाइनमैन के फर्जी केस का भंडाफोड़ — कोर्ट ने 17 साल बाद खोला विभागीय खेल

    बिजली बिल के 13.86 लाख रुपये हड़पने वाला कर्मी निलंबित, अब गबन का केस दर्ज

    बिजली बिल के 13.86 लाख रुपये हड़पने वाला कर्मी निलंबित, अब गबन का केस दर्ज

    बिजली चोरी पकड़ी गई तो बोला—मैं यूपी की नहीं, दिल्ली की बिजली चुरा रहा हूं!

    बिजली चोरी पकड़ी गई तो बोला—मैं यूपी की नहीं, दिल्ली की बिजली चुरा रहा हूं!

    ⚡ बिजली विभाग में बड़ा घोटाला! क्लर्क ने हड़पे 14 लाख, अफसरों की मिलीभगत से चलता रहा वसूली खेल ⚡

    ⚡ बिजली विभाग में बड़ा घोटाला! क्लर्क ने हड़पे 14 लाख, अफसरों की मिलीभगत से चलता रहा वसूली खेल ⚡
    WhatsApp icon
    UPPCL MEDIA
    Contact us!
    Phone icon
    UPPCL MEDIA
    Verified by MonsterInsights