
महरुआ। महरुआ उपकेन्द्र से पोषित होने वाले फीडरों की आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो गई है। अंधाधुन्ध कटौती से भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं निःशुल्क सिंचाई व्यवस्था का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है जिससे किसानों की गन्ना एवं मेंथा की फसल प्रभावित हो रही है।
गर्मी शुरू होते ही बिजली ने किसानों के साथ आंख मिचौली करना शुरू कर दिया है। पावर कारपोरेशन की ओर से तीन घंटे की कटौती करने का भले ही फरमान हो किन्तु जमीनी हकीकत तो यह है कि सुबह 10 बजे गुल हुई बिजली शाम छह बजे तक आ जाए तो भगवान ही मालिक है। बिजली विभाग के कर्मचारियों के सीयूजी नम्बरों पर फोन पहले तो उठता ही नहीं है और यदि उठ जाए तो तेज हवा की बात कह कर कर्मचारी अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
अंधाधुन्ध कटौती करने से बिजली चालित नलकूप के किसानों को गन्ना एवं मेंथा की सिंचाई करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जबकि उड़द और मूंग की बुवाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। पतौना फीडर के भैरोपुर में उपभोक्ताओं को बत्ती पंखा की आपूर्ति देने वाला ट्रांसफार्मर गुरुवार को जल गया था जिसकी शिकायत कर्मचारियों से करने के 24 घंटे बाद भी नहीं बदला गया जिससे दर्जन भर उपभोक्ताओं की आपूर्ति ठप है और शाम ढलते ही अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है। किरोसिन आयल सरकार की ओर से बंद कर दिए जाने से मौजूदा समय में ग्रामींणांचल के उपभोक्ता बिजली के सहारे हो गए हैं किन्तु सुबह और शाम बिजली न रहने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्र में बिजली बहाल न होने से आम उपभोक्ताओं के साथ ही सबसे ज्यादा मुश्किल व्यवसाय से जुड़े लोगों को हुई। महरुआ व आनंदनगर बाजार में कंप्यूटर सेंटर, स्टूडियो, वेल्डिंग की दुकान, जन सेवा केंद्रों पर जहां कामकाज ठप रहा, वहीं बिजली से चलने वाले अन्य उपकरण दिन भर ठप रहने से भी लोगों को दिक्कत हुई। लोगों को सबसे ज्यादा मुश्किल मोबाइल चार्जिंग को लेकर हुई। दोपहर करीब तक प्रतिष्ठानों व घरों में लगे इन्वर्टर भी जवाब दे गए। इसके चलते कई जगह जरूरी काम को निपटाने के लिए लोगों को जनरेटर चलाना पड़ा। दिन भर बिजली न आने फसलों की सिंचाई के लिए किसान भी परेशान रहे।
उपखण्ड अधिकारी संजय कुमार के अनुसार दिन में तेज हवा चलने से आग लगने की सम्भावनाएं बढ़ गई है जिसके चलते आपूर्ति में कुछ व्यवधान भले ही रहता है किन्तु शाम से लेकर पूरी रात बिजली देने का प्रयास किया जा रहा है। खराबी की सूचना मिलने पर उसे तत्काल ठीक कराया जाता है।