
एक तरफ ऊर्जा विभाग में कार्यरत अधिकतर इंजीनियर उपभोक्ताओं को वेहतर सुबिधा देने के लिए कोल्हू का बैल की तरह दिन-रात परिश्रम करते है इंजीनियर वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे इंजीनियर हैं, जिनके कार्य के कारण आए दिन विभाग को कुछ ना कुछ नुकसान होता रहता है और मनमाने तरीके से अक्सर गायब रहते हैं।
हाल ही में ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां पर एक चर्चित अवर अभियंता 4 दिन से बिना छुट्टी लिए ( ईआरपी पर आवेदन नहीं) गायब है… जानकारी मिली है कि दिनांक 10 फरवरी 2024 को सिर्फ एक प्रार्थना पत्र अपने अधिकारियों को दिया था, जिसमें 11 फरवरी 2024 से 13 फरवरी 2024 तक अवकाश का आवेदन देकर नदारत है अवर अभियंता.. इतना ही नहीं कार्य लखनऊ जिले से नदारत है। प्राप्त सूचना के आधार पर 14 फरवरी 2024 तक उपरोक्त अवर अभियन्ता नदारत है।
बताते चले कि पावर कारपोरेशन ने 25 नवम्बर 2020 को बिजली निगम के अफसरों और कर्मचारियों का अवकाश का आवेदन अब कागजों में नहीं स्वीकार करने की बात कहीं थी। अवकाश के लिए अफसरों और कर्मचारियों को इंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) साफ्टवेयर पर आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद वरिष्ठ अफसर को इसी साफ्टवेयर के माध्यम से अवकाश को स्वीकृत करने और न करने की संस्तुति करनी होगी।
उपरोक्त चर्चित अवर अभियंता के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ एक मामला प्रकाश में आने के बाद निलंबित भी कर दिया गया था आज तक विभाग जांच के नाम पर दिखावा कर रही है लेकिन जांच पूरी नहीं हो पाई है। जांच पूरी हुए बगैर एक नहीं दो दो कार्यों की जिम्मेदारी भी देते हुए चिनहट जैसे चर्चित डिविजन में तैनाती भी दे दी गई। हाल में ही भ्रष्टाचार के प्रति लापरवाही के कारण हाल ही में शिवपुरी पावर हाउस से जुड़े दो महत्वपूर्ण फीडर की जिम्मेदारी विभाग ने वापस ले ली थी. वर्तमान में सिर्फ मीटर संबंधी जिम्मेदारी निभा रहे हैं.. मामला चिनहट डिवीजन का है।