मेडा–बिजली विभाग की लापरवाही उजागर! ₹10–10 हजार का जुर्माना नोटिस, एनसीआरटीसी को सख्त चेतावनी

मेरठ, 05 दिसंबर (प्र.)। शहर की सड़कों पर फैले मलबे, उड़ती धूल और अधूरे निर्माण कार्यों पर आखिरकार नगर निगम का हंटर चला है। नगर निगम ने शहर में फैली अव्यवस्थाओं पर सख्त रुख अपनाते हुए मेडाबिजली विभाग पर कार्रवाई की है। निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्यों के बीच सड़क किनारे छोड़े गए मलबे, उड़ती धूल और निष्प्रयोज्य पोलों को गंभीर लापरवाही मानते हुए दोनों विभागों के मुख्य अभियंताओं को ₹10–10 हजार का जुर्माना नोटिस जारी किया गया है। वहीं, दिल्ली रोड पर अव्यवस्था पाए जाने पर एनसीआरटीसी को कड़ी चेतावनी दी गई है… “अगली बार जुर्माना तय समझो!”

🔍 मेडा पर कार्रवाई: नाला व डिवाइडर निर्माण में लापरवाही

रुड़की रोड पर नाला निर्माण और मवाना रोड पर डिवाइडर बनाते समय

  • सड़क किनारे छोड़ा गया मलबा
  • सफाई में लापरवाही

इन आधारों पर मेडा के मुख्य अभियंता को ₹10,000 का जुर्माना नोटिस जारी किया गया।
नगर आयुक्त ने आदेश दिया कि तीन दिन के भीतर सड़क किनारे की पूरी सफाई सुनिश्चित की जाए।

⚡ बिजली विभाग पर भी ₹10,000 का जुर्माना

सिविल लाइंस, पीएल शर्मा रोड और सोफीपुर–रुड़की रोड पर

  • निष्प्रयोज्य बिजली पोल पड़े मिले, जिसे सार्वजनिक स्थान की अव्यवस्था माना गया। इस पर बिजली विभाग के मुख्य अभियंता को भी जुर्माना नोटिस भेजा गया।

🚇 एनसीआरटीसी को चेतावनी — धूल, मलबा और अधूरी सड़कें

कमिश्नर भानु चंद्र गोस्वामी की नाराजगी के बाद गुरुवार सुबह नगर आयुक्त ने दिल्ली रोड और रुड़की रोड का निरीक्षण कराया।

रिपोर्ट में पाया गया—

  • परतापुर से बेगमपुल चौराहे तक कई स्थानों पर C&D वेस्ट (निर्माण मलबा) पड़ा था।
  • सड़क के अधूरे निर्माण से धूल उड़ रही थी
  • डिवाइडर पर पौधारोपण न होने से भी प्रदूषण बढ़ रहा था।

नगर आयुक्त ने एनसीआरटीसी अधिकारियों को तुरंत मलबा हटाने के निर्देश दिए। शाम तक सफाई के फोटो आने पर जुर्माना नहीं लगाया गया, लेकिन कड़ी चेतावनी जारी हुई—

“दोबारा लापरवाही मिली तो कार्रवाई तय।”

बिजली विभाग भी कटघरे में—निष्प्रयोज्य पोल बने सिरदर्द

सिविल लाइंस, पीएल शर्मा रोड और सोफीपुर–रुड़की रोड पर जगह-जगह

  • बिजली विभाग के पड़े पोल, जो महीनों से सार्वजनिक रास्ता बाधित कर रहे थे।

जवाबदेही तय करते हुए मुख्य अभियंता को ₹10,000 का जुर्माना नोटिस जारी किया गया।

एक हफ्ते में पूरे प्रोजेक्ट का ‘वर्क प्लान’ पेश करो!

नगर आयुक्त ने एनसीआरटीसी से पूछा—
मेरठ साउथ से मोदीपुरम नार्थ तक

  • सड़क,
  • फुटपाथ,
  • नाला,
  • डिवाइडर,
  • सुंदरीकरण

इन सबका पूरा रोडमैप क्या है? एनसीआरटीसी ने एक सप्ताह में विस्तृत वर्क प्लान सौंपने का भरोसा दिया है।

मेरठ में निर्माण कार्यों की अव्यवस्था पर प्रशासन का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। अब यह साफ है— जो विभाग सड़क और सफाई बिगाड़ेगा, उस पर सीधे जुर्माने की कार्रवाई होगी। शहर की सांसें धूल से न घुटें—नगर निगम ने अब मोर्चा संभाल लिया है।

  • UPPCL MEDIA

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