पहली बार लेट हुई तेजस ट्रेन, अब यात्रियों को मिलेगा मुआवजा

तेजस एक्सप्रेस. भारत की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन. दिल्ली-लखनऊ रूट पर 5 अक्टूबर से शुरू हुई थी. इस ट्रेन को लेकर IRCTC ने फैसला किया था कि अगर ट्रेन लेट होती है तो यात्रियों को रिफंड मिलेगा. फैसला लिया गया था कि तेजस अगर एक घंटे से ज्यादा देर होती है तो यात्रियों को 100 रुपए का मुआवजा मिलेगा और अगर ट्रेन 2 घंटे से ज्यादा लेट हुई तो यात्रियों को 250 रुपए का मुआवजा मिलेगा.

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में ट्वीट भी
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में ट्वीट भी

19 अक्टूबर यानी शनिवार को यह ट्रेन लेट हो गई. वो भी दोनों तरफ से. यानी लखनऊ से दिल्ली, और दिल्ली से लखनऊ पहुंचने में ट्रेन ने देरी कर दी. अब आईआरसीटीसी ने वादे के मुताबिक यात्रियों को मुआवजा दिलवाने का फैसला किया है. देश में पहली बार ऐसा हो रहा है कि किसी ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मुआवजा मिलेगा. यात्रियों को 250 रुपए का मुआवजा मिलेगा. इस ट्रेन से लखनऊ से दिल्ली आने वाले यात्रियों की संख्या 451 थी. वहीं दिल्ली से 500 लोगों ने ट्रेन का टिकट कराया था.

आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर हैं अश्विनी श्रीवास्तव. उन्होंने बताया कि हमने इस ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के मोबाइल पर लिंक भेज दिया है. वे मुआवजे के लिए इस लिंक पर जाकर क्लेम कर सकते हैं.

तेजस लेट क्यों हई?
अपने तय समय के मुताबिक 82501 तेजस एक्सप्रेस सुबह 6: 187540 बजे लखनऊ से चलकर 12:25 बजे नई दिल्ली पहुंचती है. लेकिन शनिवार को यह ट्रेन लखनऊ से 8:55 मिनट पर चली. और तीन बजकर 40 मिनट पर दिल्ली पहुंची. अपने तय समय के मुताबिक यह ट्रेन नई दिल्ली से दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर खुलती है. लखनऊ पहुंचने का समय 10:05 मिनट है. लेकिन 19 अक्टूबर को यह ट्रेन 11 बजकर 30 मिनट पर लखनऊ पहुंची.

पहले से ही तय है कि अगर ट्रेन लेट हुई तो हम लेट होने का मुआवजा देंगे. लखनऊ से चलने वाली तेजस एक्सप्रेस शनिवार सुबह 6:10 पर न चलकर 9:55 पर रवाना हुई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कानपुर के आसपास ट्रैक पर कोई डिरेलमेंट हुआ था. इसकी वजह से तेजस एक्सप्रेस की रवानगी देर से हुई. इस ट्रेन में यात्रा कर रहे हर यात्री को ढाई सौ रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा वापस दिया जाएगा. इसके लिए संबंधित व्यक्ति आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर क्लेम का तरीका जान सकता है और वहां से क्लेम ले सकता है.

तेजस के लेट होने की सूचना यात्रियों को दी गई. उनसे खेद भी जताया गया. उन्हें एक्स्ट्रा चाय-कॉफी और अन्य रिफ्रेशमेंट दिया गया. इस पर लिखा था सॉरी फॉर डिले.

चेयरकार के लिए इस ट्रेन का शुरुआती किराया 1410 और एग्जीक्यूटिव चेयरकार के लिए 2310 रुपए रखा गया है. वापसी में 82502 के चेयरकार का शुरुआती किराया 1565 और एग्जीक्यूटिव चेयरकार का किराया 2450 रुपए रखा गया है. शुरुआती किराया इसलिए लिखा है कि इस ट्रेन में डायनामिक प्राइसिंग होती है. यानी टिकटों की बिक्री के साथ किराया भी बढ़ता जाता है.

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  • रिपोर्ट- यूपीपीसीएल मीडिया डेस्क

    रिपोर्ट- यूपीपीसीएल मीडिया डेस्क

    हम सब जानते है कि मीडिया संविधान का चौथा स्तंभ के रूप में कार्य करती है। इसके साथ ही हमारा मानना है कि पत्रकार एक विपक्ष का का कार्य करती है। यूपीसीएल मीडिया नामक व्हाट्सप्प ग्रुप की शुरूवात ऊर्जा क्षेत्र के लिए समाचार संकलन का कार्य कर रहे कुछ पत्रकार, जिसमें प्रमुख रूप से अविजित आन्नद, वेद प्रकाश, रवि शर्मा व आकिब शामिल रहे, ने शक्ति भवन, लखनऊ परिसर में किया, उस समय किसी भी प्रकार को यह अंदाजा नहीं था, कि कुछ ही समय में यूपीसीएल मीडिया व्हाट्सप्प गु्रप विभाग में इतना लोक प्रिय हो जायेगा। यूपीसीएल मीडिया व्हाट्सप्प ग्रुप का विभाग में लोकप्रियता को देखते हुए आज यूपीसीएल मीडिया एक व्हाट्सप्प ग्रुप से एक कदम आगे वढ़ाते हुए समाचार क्षेत्र में भी कार्य करना प्रारम्भ किया। यूपीसीएल मीडिया ऊर्जा क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों या कर्त्तव्यों को देखते हुए प्रिंट/वेब संस्करण के रूप में कार्य प्रारम्भ की है। यूपीसीएल मीडिया में हम यही करने की कोशिश कर रहे है और बिना आप सभी के सहयोग के यह संभव नहीं है। अतः मैं गुजारिश करूंगा कि बिजली उपभोक्ता एवं ऊर्जा क्षेत्र के अधिकारीयों के बीच बेहतर सामंजस्य के लिए हमारे साथ शामिल हो। आप सभी को मेरी शुभकामनाएँ !!

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