लखनऊ। बिजली चोरी के खिलाफ यूपीपीसीएल की विशेष टीम ने लगातार तीसरी बार बड़ी सफलता हासिल की है। गोमती नगर जोन में आज फिर विभागीय टीम ने छापामारी कर एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया, जो मीटर में फेज़ और न्यूट्रल वायर में सीधे लूपिंग कर बिजली चोरी कर रहा था।
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🔹 तीन दिन में तीसरी बड़ी कार्रवाई, टीम ने फिर पकड़ी टेंपरिंग की चाल
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🔹 ₹1500 में बिजली चोरी कराने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़
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🔹 लालचंद वर्मा पर उपभोक्ताओं से ठगी और अवैध वसूली के आरोप
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🔹 मीटर में फेज़-न्यूट्रल लूपिंग कर की जा रही थी चोरी, विभाग ने बदला मीटर
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🔹 विद्युत अधिनियम की धारा 135 में अभियोग की तैयारी, विभाग में मचा हड़कंप
विद्युत प्रशिक्षण शाला, गोमती नगर के अधिशासी अभियंता पवन वर्मा को मिली गोपनीय सूचना पर मटियारी चौराहा स्थित एक गैराज — एस मोटर्स — पर छापेमारी की गई। जब टीम मौके पर पहुंची, तो मीटर की TPC सील टूटी हुई पाई गई, और इनकमिंग-आउटगोइंग वायर में बायपास कर सीधे बिजली सप्लाई ली जा रही थी। निरीक्षण के दौरान मीटर ‘फाउंड ब्रोकन (टेम्पर्ड)’ दर्ज किया गया।

टीम ने मौके से कॉपर वायर बरामद की और तत्काल पुराना मीटर हटाकर नया स्मार्ट मीटर स्थापित किया। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया कि फेज़ और न्यूट्रल पर लूपिंग के ज़रिए टेंपरिंग की गई थी।
🔍 गिरोह का सरगना निकला लालचंद वर्मा
जांच में गैराज संचालक सोनू ने खुलासा किया कि “लालचंद वर्मा” नामक व्यक्ति ने ₹1500 लेकर लोड बढ़ाने के नाम पर मीटर से छेड़छाड़ की थी। इतना ही नहीं, सोनू ने बताया कि लालचंद वर्मा ने पहले भी ₹75,000 की अवैध वसूली बिजली बिल सुधारने के नाम पर की थी।
विभागीय सूत्रों का मानना है कि यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि एक संगठित बिजली चोरी गिरोह का हिस्सा है, जो उपभोक्ताओं को “बिल कम कराने” का लालच देकर मीटर बायपास करता है।

⚡ विभाग सख्त — अभियोग दर्ज की तैयारी
विद्युत विभाग ने विद्युत अधिनियम 2003/2005 की धारा 135 के तहत मामला दर्ज करने की संस्तुति की है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, तीन कार्य दिवस में तीन स्थानों पर लगातार मीटर टेंपर मिलना महज संयोग नहीं — बल्कि यह गिरोह की जड़ तक पहुंचने की ठोस कार्रवाई का संकेत है।
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❓ सवाल उठता है –
जब पूरे क्षेत्र में स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम लागू है, तो टेंपर अलर्ट पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या स्थानीय स्तर पर निगरानी प्रणाली जानबूझकर निष्क्रिय रखी गई है?
🗣️ यूपीपीसीएल मीडिया की मांग
यूपीपीसीएल मीडिया स्वतंत्र जांच की मांग करता है ताकि इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो सके। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए — चाहे वे विभाग के भीतर हों या बाहर।








