
लखनऊ। राजधानी के राजेंद्र नगर पावर हाउस क्षेत्र में भ्रष्टाचार का एक नया मामला सामने आया है। रानीगंज रोड पर परचून की दुकान चलाने वाले एक व्यापारी ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) पर धन उगाही का गंभीर आरोप लगाया है।
व्यापारी के अनुसार, कुछ दिन पहले राजेंद्र नगर पावर हाउस से जेई अपनी टीम के साथ दुकान पर पहुंचे। उन्होंने दुकान के ऊपर खुले में लटक रहे तार को देखकर कहा कि “ये कट तार बिजली चोरी के लिए इस्तेमाल हो रहा है”। इसके बाद खंभे पर सीढ़ी लगवाकर दुकान की लाइट कटवा दी गई।
पीड़ित का कहना है कि न तो किसी प्रकार की चेकिंग रिपोर्ट भरी गई, न चालान बुक में प्रविष्टि हुई, न मीटर उतारा गया, लेकिन इसके बाद जेई और व्यापारी के बीच कथित रूप से सौदेबाजी शुरू हुई। व्यापारी के मुताबिक, जेई ने ₹60,000 की मांग की और बातचीत के बाद ₹40,000 नकद लेकर मामला ‘निपटा’ दिया गया।
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि उसने यह रकम दबाव में आकर दी, जबकि उसके पास बिजली चोरी का कोई प्रमाण नहीं दिखाया गया। व्यापारी ने कहा कि “अगर जांच हो तो पूरा सच सामने आ जाएगा।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि राजेंद्र नगर पावर हाउस क्षेत्र में इस तरह की वसूली पहले भी हो चुकी है, लेकिन अब तक उच्च अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
अब सवाल यह है कि बिना चालान, बिना रिपोर्ट और बिना साक्ष्य के किसी व्यापारी से इस तरह धन वसूली कैसे की जा सकती है?
पीड़ित ने अपने बयान के साथ संपर्क नंबर भी उपलब्ध कराया है और विभागीय जांच की मांग की है।