
ट्रांसफार्मर सुधारते समय विद्युत कर्मी को लगा 11 हजार वोल्ट का झटका, हालत गंभीर
गाड़ीवान क्षेत्र में मरम्मत के दौरान विभागीय लापरवाही से हुआ बड़ा हादसा, कर्मी झुलसा, ICU में भर्ती
रिपोर्टर – UPPCL Media, गाड़ीवान, मैनपुरी से
गुरुवार को करहल रोड स्थित गाड़ीवान मोहल्ले में ट्रांसफार्मर सुधार कार्य के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। बिजली विभाग की घोर लापरवाही से मरम्मत कर रहे एक विद्युत कर्मचारी को अचानक 11 हजार वोल्ट की लाइन का झटका लग गया। गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारी को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कर्मी ट्रांसफार्मर पर चढ़कर मरम्मत कार्य कर रहा था, उसी दौरान करहल रोड स्थित पावर हाउस से बिना सूचना के लाइन चालू कर दी गई। इससे कर्मचारी सीधे हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आ गया और धमाके के साथ नीचे गिर पड़ा।
SOP की खुली उड़ाई धज्जियां
मामले में विद्युत विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुरक्षा मानकों के तहत किसी भी लाइन पर कार्य शुरू करने से पहले लाइन को पूर्ण रूप से बंद और ग्राउंड करना अनिवार्य होता है, लेकिन यहां स्पष्ट रूप से मानकों की अनदेखी हुई।
स्थानीयों ने जताया आक्रोश
घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। मोहल्ले वालों ने कहा कि अगर ट्रांसफार्मर पर कार्य चल रहा था, तो पावर हाउस से लाइन चालू कैसे कर दी गई? स्थानीय नागरिकों ने विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए संबंधित कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
🗣️ “हर बार ऐसे हादसे होते हैं, लेकिन विभाग अपनी गलती नहीं मानता। आज जान पर बन आई है।”
— स्थानीय निवासी, गाड़ीवान
विभागीय अधिकारियों की चुप्पी
हादसे के बाद न तो कोई अधिकारी मौके पर पहुंचे, और न ही कोई आधिकारिक बयान सामने आया है। यह रवैया विभाग की गैर-जिम्मेदाराना कार्यशैली को दर्शाता है।
क्या कार्रवाई होगी?
अब देखना यह होगा कि क्या विद्युत विभाग इस मामले में दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करता है या फिर यह मामला भी अन्य हादसों की तरह फाइलों में दबा दिया जाएगा।
गुरुवार की दोपहर मैनपुरी के गाड़ीवान क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब ट्रांसफार्मर पर काम कर रहे एक विद्युत कर्मचारी को अचानक 11 हजार वोल्ट की बिजली का झटका लग गया। यह हादसा तब हुआ जब बिजली घर करहल रोड पर तैनात एक अन्य कर्मचारी ने लाइन चालू कर दी, जबकि ट्रांसफार्मर पर मरम्मत का काम चल रहा था।
हादसे का मंजर:
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कर्मी ट्रांसफारmer पर चढ़कर अंदरूनी खराबी को ठीक कर रहा था। अचानक लाइन चालू होते ही तेज आवाज के साथ वह झुलस गया और नीचे गिर पड़ा। शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका था। आनन-फानन में मौजूद लोग व अन्य विद्युत कर्मचारी उसे पास के अस्पताल लेकर भागे।
👨⚕️ अस्पताल सूत्रों के अनुसार घायल कर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे ICU में शिफ्ट किया गया है। शरीर का करीब 40-50% हिस्सा झुलस चुका है।
लापरवाही का आलम:
घटना के बाद विभाग के अधिकारियों का कोई जिम्मेदार बयान सामने नहीं आया है। यह स्पष्ट रूप से SOP (Standard Operating Procedure) की अनदेखी का मामला है। किसी भी लाइन पर कार्य शुरू करने से पहले लाइन को पूर्ण रूप से डिस्कनेक्ट और ग्राउंड करना आवश्यक होता है — लेकिन यहां यह मानक प्रक्रिया नजरअंदाज कर दी गई।
अब सवाल ये हैं:
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क्या बिना अनुमति के लाइन चालू कर दी गई?
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क्या सुपरवाइजर मौजूद था?
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सुरक्षा उपकरण और SOP क्यों फॉलो नहीं हुए?
यह केवल हादसा नहीं, बल्कि विभागीय आपराधिक लापरवाही है।
अब देखना यह होगा कि UPPCL इस पर क्या कार्रवाई करता है — या फिर हमेशा की तरह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।