
⚡ डिस्कॉम का वादा– शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी निस्तारण
लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (मध्यांचल डिस्कॉम) ने लखनऊ शहर के उपभोक्ताओं को भरोसा दिलाया है कि दीपावली के बाद लागू होने वाला शहरी पुनर्गठन विद्युत सेवाओं की गुणवत्ता और उपभोक्ता संतुष्टि में व्यापक सुधार लेकर आएगा।
डिस्कॉम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मेरठ, बरेली, अलीगढ़ और कानपुर में यह व्यवस्था पहले से लागू है और वहाँ से मिले सकारात्मक अनुभवों के आधार पर अब राजधानी लखनऊ में भी इसे लागू किया जा रहा है।
फिलहाल अभियंता और कर्मचारी एक साथ तकनीकी व वाणिज्यिक दोनों तरह के कार्य संभालते हैं, जिससे विशेषज्ञता और समय प्रबंधन में कठिनाई आती है। नई व्यवस्था में तकनीकी कार्य तकनीकी टीम और वाणिज्यिक कार्य वाणिज्यिक टीम को सौंपे जाएंगे। इससे उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण संभव होगा।
⚡ दीपावली बाद बदल जाएगी लखनऊ की बिजली व्यवस्था!
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (मध्यांचल डिस्कॉम) ने राजधानी के उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया है कि कि शहरी पुनर्गठन लागू होते ही राजधानी के उपभोक्ताओं को बिजली सेवाओं में बड़ा सुधार मिलेगा। दीपावली के बाद लागू होने वाला शहरी पुनर्गठन विद्युत सेवाओं की गुणवत्ता और उपभोक्ता संतुष्टि में बड़ा सुधार लाएगा।
🔹 मेरठ, बरेली, अलीगढ़ व कानपुर से मिली प्रेरणा
डिस्कॉम के अनुसार मेरठ, बरेली, अलीगढ़ और कानपुर में यह प्रणाली पहले से लागू है और वहाँ से मिले सकारात्मक अनुभवों के आधार पर लखनऊ में भी इसे शुरू किया जा रहा है।
⚡ इंजीनियर नहीं होंगे “ऑलराउंडर”
अबतक अभियंता और कर्मचारी एक साथ आपूर्ति, राजस्व व वसूली जैसे कार्य देखते थे। नई व्यवस्था में—
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तकनीकी काम → तकनीकी टीम
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वाणिज्यिक काम → वाणिज्यिक टीम
सौंपा जाएगा। इससे विशेषज्ञता और समय प्रबंधन बेहतर होगा और गति दोनों बढ़ने का दावा है।
🔹 उपभोक्ताओं के लिए नई सुविधाएँ
डिस्कॉम ने बताया कि उपभोक्ता-केंद्रित इस प्रणाली के तहत—
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56 क्विक रिस्पॉन्स वाहन 24×7 सेवा के लिए मैदान में होंगे।
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21 नए हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे।
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विभागीय अधिकारियों की टेलीफोन डायरेक्ट्री वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।
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उपभोक्ता पहले की तरह 1912 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे।
⚡ भरोसे का वादा, पर राहत का इंतज़ार
डिस्कॉम का कहना है कि इस कदम से तकनीकी दक्षता बढ़ेगी और शिकायतों के निस्तारण में पारदर्शिता व तेजी आएगी। यह वही मॉडल है जिसे देश और दुनिया की बड़ी विद्युत वितरण कंपनियाँ अपनाती हैं।
हालांकि, उपभोक्ताओं को वास्तविक राहत कितनी मिलेगी, यह तो दीपावली के बाद लागू होने वाली इस व्यवस्था से ही साफ होगा। विभागीय अधिकारियों की टेलीफोन डायरेक्ट्री वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।अब देखना यह होगा कि दीपावली के बाद लागू होने वाले इस फैसले से उपभोक्ताओं को वाकई राहत मिलती है या नहीं।