
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में लाड़पुर उस्मानपुर स्थित 132 केवी ट्रांसमिशन के 40 एमवीए के दोनों ट्रांसफार्मर खराब होने से छह विद्युत उपकेंद्रों पर बिजली की सप्लाई ठप हो गई। इसके कारण इनसे जुड़े 500 से अधिक गांवों में ब्लैक आउट हो गया है। तपती गर्मी में बिजली सप्लाई होने से लोग बेहाल हैं। 132/33 उपकेंद्र में लगे 40-40 एमवीए के दोनों ट्रांसफार्मर फुंकने से इस उपकेंद्र से पोषित छह बिजलीघरों से जुड़े सैकड़ों गांवों में बिजली गुल हो गई। लखनऊ से 40 एमवीए का ट्रांसफार्मर 27 अप्रैल तक आने की उम्मीद है। इसके बाद ही आपूर्ति बहाल हो सकेगी। विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि 25 अप्रैल को लखनऊ से एक ट्रांसफार्मर आने के बाद उसे यहां स्थापित किया जाएगा। ट्रांसफार्मर के चार्ज होने और टेस्टिंग आदि के बाद 27 अप्रैल तक ही पांच उपकेंद्रों में विद्युत सप्लाई सुचारू होने का अनुमान है।
एक तरफ उत्तर प्रदेश की गर्मी लोगों को झुलसा रही है, तो दूसरी तरफ बिजली विभाग की लापरवाही ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। बरेली जिले के करीब 500 गांवों में पिछले 24 धण्टे से बिजली गायब है, और आने वाले पांच दिनों तक राहत की उम्मीद भी नहीं। दो ट्रांसफार्मर फुंक चुके हैं और गांवों में अंधेरा पसर गया है। न पंखा चल रहा, न कूलर … बस गर्मी और गुस्से में तपते लोग हैं।
क्यों गायब है बत्ती? जानिए क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बरेली के लाड़पुर उस्मानपुर स्थित 132 केवी ट्रांसमिशन पर लगे 40 एमवीए के दोनों पावर ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। इनसे नवाबगंज तहसील, नवाबगंज ग्रामीण, रिठौरा, हाफिजगंज, चुनुआ और क्योलड़िया जैसे इलाकों को बिजली मिलती थी। अब यहां ब्लैकआउट की स्थिति है।
दोनों ट्रांसफार्मर खराब, अब क्या होगा?
पहला ट्रांसफार्मर पहले ही 9 अप्रैल को फुंक चुका था। तब बाकी इलाकों को दूसरे ट्रांसफार्मर से बिजली दी जा रही थी, लेकिन मंगलवार दोपहर तीन बजे वो भी खराब हो गया। अब इन छह विद्युत उपकेंद्रों पर सप्लाई पूरी तरह बंद है। बिजली विभाग का कहना है कि 25 अप्रैल तक नया ट्रांसफार्मर लखनऊ से आएगा और उसे लगाने, टेस्टिंग करने में 27 अप्रैल तक का वक्त लग सकता है। यानी पांच दिन तक इन गांवों में बिजली की उम्मीद नहीं है।
अधिकारियों से नहीं हो रहा संपर्क
गांव के लोगों का आरोप है कि कई बार कॉल करने के बाद भी अधीक्षण अभियंता और अन्य अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। अवर अभियन्ता और उपखण्ड अधिकारी से बात करने पर भी सही जानकारी नहीं मिली। लाइनमैन ने सिर्फ इतना कहा कि ट्रांसमिशन से बिजली नहीं आ रही।
गर्मी का आलम ऐसा कि दोपहर से ही लोगों के इंवर्टर भी ठप हो गए। रात होते-होते पंखे भी थम गए, और लोग पसीने में लथपथ करवटें बदलते हुए रात काटने को मजबूर हो गए। ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, लेकिन विभाग की तरफ से कोई राहत या वैकल्पिक इंतज़ाम नहीं दिख रहा।
कब लौटेगी बिजली?
25 अप्रैलः लखनऊ से ट्रांसफार्मर बरेली पहुंचेगा
26-27 अप्रैलः इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और चार्जिंग का कार्य
27 अप्रैल तकः उम्मीद है कि सप्लाई शुरू हो जाएगी
क्या है सम्पूर्ण प्रकरण
लाड़पुर उस्मानपुर के 132 केवी के ट्रांसमिशन से नवाबगंज तहसील, नवाबगंज ग्रामीण, रिठौरा, हाफिजगंज, चुनुआ और क्योलड़िया बिजलीघर की विद्युत आपूर्ति होती है। इन बिजलीघर को लाड़पुर उस्मानपुर 132 ट्रांसमिशन में लगे 40-40 एमवीए के दो पावर परिवर्तक यानी ट्रांसफार्मरों से बिजली सप्लाई दी जाती है। इसमें से एक ट्रांसफार्मर नौ अप्रैल को फुंक गया था। इसके बाद दूसरे ट्रांसफार्मर से कटौती करके सभी गांवों को विद्युत आपूर्ति की जा रही थी, लेकिन मंगलवार दोपहर तीन बजे वह भी खराब हो गया, जिससे इनसे जुड़े छह बिजलीघरों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। इस कारण नवाबगंज कस्बे, सेंथल और रिठौर, हाफिजगंज समेत 500 अधिक गांवों में ब्लैक आउट हो गया है।
बिरसिंहपुर उपकेंद्र में खराबी आने से आपूर्ति बाधित
गर्मी में बिजली कटौती से लोगों का हाल बेहाल है। सोमवार रात बिरसिंहपुर उपकेंद्र में खराबी आने से लगभग 500 गांवों की आपूर्ति 20 घंटे बाधित रही। वहीं बिरसिंहपुर उपकेंद्र अंतर्गत 33 केवीए की लाइन में सोमवार शाम छह बजे खराबी आ गई, जिससे सेमरी, तिंदौली, हालापुर, छीटेपट्टी व नुमाए फीडर से जुड़े 500 गांवों की सप्लाई बंद हो गई।