
उत्तर प्रदेश पावर कंप्लेंट लखनऊ मीडिया ने प्रदेश में बढ़ती विद्युत दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए आम लोगों से अपील की है कि वे बिजली से जुड़े कामों में सावधानी बरतें और सुरक्षा नियमों का पालन करें.
उक्त अपील के तहत एक महत्वपूर्ण अपील आम जनता तथा खेतों में काम करने वाले किसानों से भी है कि वे अपनी फसलों और घास की ढेरियां हाईटेंशन लाइनों से दूर लगाएं। जरा सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसलिए आमजन भी करंट से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम में सहयोग करें एवं बिजली लाइनों तथा ट्रांसफार्मर से उचित दूरी बना कर ही अपनी फसलों को रखें।
उपभोक्ताओं से भी अपील है कि विद्युत लाइनों, ट्रांसफार्मरों एवं उपकरणों के साथ छेड़छाड़ न करें तथा सुरक्षित दूरी बनायें रखें। यदि आँधी तूफान में खंबे, तार टूटे हों तो इसकी सूचना तत्काल शिकायत कॉल सेंटर के टोल फ्री नं. 1912 एवं समीप के वितरण केन्द्र कार्यालय में दें। जमीन पर पड़े तारों को छूने या स्पर्श करने की गलती न करें। साथ ही पार करने का प्रयास न करें। पान टपरों तथा ऐसी दुकानों जिनमें लोहे की चादर का इस्तेमाल होता है, में वायरिंग को सुरक्षित ढंग से पी.वी.सी. पाईप के द्वारा ही कराई जाए। किसी प्रकार की कटी-फटी लूज वायरिंग से जान-माल का खतरा हो सकता है। बारिश के दौरान विद्युत खम्बे /स्टे के पास पानी भराव वाले स्थान से निकलने की जल्दी न करें। सावधानी बरतें क्योंकि बारिश के दौरान करंट लीकेज की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
इसके अतिरिक्त बच्चों और मवेशियों का विशेष ध्यान रखें। अपने मवेशी को बिजली के खम्बे, स्टे वायर इत्यादि से न बांधें। कपड़े सुखाने के लिये जी.आई. तार अथवा रस्सी, सर्विस लाईन के पाईप या बिजली के खम्बों से कभी न बांधें। इसमें करंट आने की संभावना बनी रहती है। घर की दीवार, उपकरण, नल आदि में लीकेज करंट आने पर प्रशिक्षित इलेक्ट्रीशियन से तत्काल ठीक कराएं। खेतों में लोहे के कटीले तारों की फेंसिंग को आपस में शार्ट कर कई स्थानों पर अर्थिंग कराएं। इन तारों में असावधानीवश करंट आने की संभावना बनी रहती है। इससे जान-माल के नुकसान का खतरा रहता है।
घरेलू विद्युत उपकरणों, वायरिंग, स्विच इत्यादि को स्वयं सुधारने के बजाय किसी प्रशिक्षित एवं अनुभवी इलेक्ट्रीशियन की सेवाएं लें। मानव जीवन अमूल्य है। बिजली के स्विच/सॉकिट/बिजली उपकरण बच्चों की पहुंच से दूर रखें। विद्युत पोल से ही कनेक्शन लें, बीच तारों में कटिया डालकर विद्युत का उपयोग न करें, यह दण्डनीय अपराध है।
शादी, धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों में अतिरिक्त भार के लिये अस्थायी कनेक्शन लें तथा उचित क्षमता की उच्च गुणवत्ता की केबिल का ही उपयोग करें। कटे-फटे तारों का उपयोग कतई न करें। स्वीकृत भार से अधिक लोड का उपयोग न करें। उचित क्षमता के एम.सी.सी.बी/कट-आउट लगाने के साथ ही अच्छी गुणवत्ता की वायरिंग का ही उपयोग करें। वर्ष में एक बार अपने परिसर की वायरिंग, फिटिंग, अर्थिंग अनुभवी एवं दक्ष इलेक्ट्रीशियन से अवश्य चैक कराएं।
विद्युत लाईन के नीचे एवं ट्रांसफार्मर्स के नजदीक भवन निर्माण/ दुकान/ बैनर/ ईट भट्टा न लगाएँ। विद्युत लाईन के नीचे कोई स्थाई-अस्थाई निर्माण न करें। फसल इत्यादि का संग्रहण न करें। विद्युत लाइनों से सुरक्षित दूरी पर ही निर्माण करें। किसान भाई खेतों में कटाई एवं गहाई की जा रही फसलों को बिजली के तारों के नीचे, बिजली के खम्बों एवं स्थापित ट्रांसफार्मर/ स्टे तारों के पास एकत्रित न करें। खेतों में विद्युत उपयोग के लिये कटी-फटी डोरी का उपयोग न करें।
यदि बिजली विभाग के कोई भी अधिकारी/कर्मचारी हो या फिर संविदाकर्मी/टीजी-2 हो, यदि आप से किसी भी कार्य के लिए रिश्वत की मांग करता है, तो तत्काल इसकी सूचना उत्तर प्रदेश पावर कंप्लेंट लखनऊ मीडिया के हेल्पलाइन नम्बर 8400041490 पर व्हाट्सप्प करे।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें –
बिजली से जुड़े कामों में सावधानी बरतें और सुरक्षा नियमों का पालन करें.
बिजली के खंभों और तारों से दूर रहें, खासकर जब आप गीले हों या बारिश हो रही हो.
बिजली के उपकरणों को ठीक से इस्तेमाल करें और उन्हें ओवरलोड न करें.
शिकायत दर्ज करने के लिए:
यदि आपको बिजली से संबंधित कोई समस्या है, तो आप uppcl.org.in पर जाकर या 1800-180-5025 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
अन्य डिस्कॉम के लिए टोल फ्री नंबर:
एमवीवीएनएल: 1800-1800-440
पीवीवीएनएल: 1800-180-3002
डीवीवीएनएल: 1800-180-3023
केस्को: 1800-180-1912
बिजली बिल चेक करने के लिए:
https://uppcl.org वेबसाइट पर जाकर अपना Discom Name चुने और 10 अंकों का अकाउंट नंबर दर्ज करें.