
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में भ्रष्टाचार रूपी कुकुरमुत्ता कब कहां और किस रूप में जन्म ले ले, यह कहना अब बहुत मुशकिल है। ताजा प्रकरण जनपद झॉंसी का है, जहां दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, झॉसी के मुख्य अभियन्ता इंजीनियर सैयद अब्बास रिजवी द्वारा कुछ शिकायतों को लेकर कुछ अवर अभियन्ता का स्थान्तरण किया जाता है, जिसके उपरान्त विद्युत वितरण मण्डल के अधीक्षण अभियन्ता इंजीनियर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए एनुल होदा द्वारा गुलाबी नोटो के दवाव में जमकर हुए स्थान्तरण में फेर बदल कर मनचाहा मलाईदार स्थानों पर नियुक्त कर दिया जाता है।
वि0वि0 मण्डल झाँसी (ग्रामीण) के अधीक्षण अभियन्ता द्वारा अपने निजी लाभ के चलते मनमाने तरीके से अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अवर अभियन्ताओं के तबादला किये गयें, जिसके उपरान्त कुछ पैसे लेकर स्थानान्तरण निरस्त कर दिये गये।
बताते चलें कि अवर अभियंता इंजीनियर सदगुरुशरण एवं इंजीनियर चन्द्र प्रकाश को दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, झॉसी के मुख्य अभियन्ता इंजीनियर सैयद अब्बास रिजवी द्वारा विद्युत वितरण खण्ड मऊरानीपुर झॉंसी में तैनात किया गया, परन्तु अधीक्षण अभियन्ता इंजीनियर एनुल होदा के द्वारा मुख्य अभियन्ता इंजीनियर सैयद अब्बास रिजवी के आदेशों की अवहेलना करतें हुए सदागुरूशरण अवर अभियन्ता विद्युत परीक्षण खण्ड झॉंसी ग्रामीण में सम्बद्ध किया गया, जब कि मूल तैनाती विद्युत वितरण खण्ड मऊरानीपुर में हैं।
इसके बाद सदगुरुशरण अवर अभियंता को विद्युत वितरण खण्ड झाँसी ग्रामीण के अन्तर्गत 33/11 के0वी0 उपकेन्द्र चिरगॉव को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया एवं अवर अभियन्ता इंजीनियर चन्द्र प्रकाश को विद्युत वितरण मण्डल में अधीक्षण अभियन्ता द्वारा लगभग डेढ़ माह तक अपने कार्यलय में सम्बद्ध रखा और कही पर भी विद्युत उपकेन्द्र पर पोस्टिग नही की। अवर अभियन्ता इंजीनियर चन्द्र प्रकाश के चलते तीन अवर अभियन्ताओं के स्थानान्तरण कियें गयें… इसमें भी एक अवर अभियन्ता स्थानान्तरण निरस्त किया गया। इससे स्पष्ट होता हैं कि विद्युत वितरण मण्डल के अधीक्षण अभियन्ता इंजीनियर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए एनुल होदा द्वारा गुलाबी नोटो के दवाव में जमकर भ्रष्टाचार किया गया।