गर्मी में शटडाउन से बचें यही कोई अकेला विकल्प नहीं, तीन दिनों तक करें फीडर वाइज पेट्रोलिंग…बनायें बिजली व्यवस्था को ट्रिपिंग विहीन- अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के लाखों विद्युत उपभोक्ताओं को इस बेहाल करने वाली गर्मी में निर्बाध ढंग से बिजली आपूर्ति मिले और उनकी समस्याओं को लेकर जो भी शिकायतें या सूचनायें 1912 पर प्राप्त हों, उन सभी का तत्काल निस्तारण सुनिश्चित कराने को लेकर बुधवार को पॉवर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल ने खासकर लेसा के अधिकारियों के गहन समीक्षा बैठक की और कड़े निर्देश दिये।

बैठक में कहा गया कि राजधानी की विद्युत व्यवस्था ट्रिपिंग विहीन हो इसके लिये लेसा के अन्तर्गत समस्त अधिकारी और कर्मचारी आगामी तीन दिन तक फीडर वाइज पेट्रोलिंग करने का काम तेजी के साथ करेंगे। जिसके तहत ये टीमें विद्युत लाइनों से लेकर समस्त विद्युत उपकरणों की जांच करेंगे और कहीं कोई जरूरत पड़ी तो उसको शीघ्र ही मौके पर ठीक कराया जाये।

बिजली कटौती और फॉल्ट रोकने के लिए पावर कॉर्पोरेशन ने सख्त कदम उठाया है। अगल तीन दिन तक लेसा के इंजीनियर एक – एक फीडर पर जाकर जांच करेंगे। इस दौरान कोई कमी मिलेगी तो उसका तत्काल निस्तारण किया जाएगा। इससे कि बिजली की बेहतर सप्लाई की जा सके। मौजूदा समय बिजली के फॉल्ट की संख्या गर्मी बढ़ने के साथ बढ़ गई है। बुधवार को शक्ति भवन में पावर कॉर्पोरेशन अध्यक्ष आशीष गोयल ने बैठक कर यह आदेश जारी करते हुए कहा कि तीन दिन तक बिजली के तार से लेकर सभी उपकरण की जांच करनी होगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र के फीडर की पूरी जानकारी होनी चाहिए। जिससे भविष्य में कभी बिजली फॉल्ट हो तो उसको जल्द से जल्द सही किया जा सके।

चेयरमैन ने कहा कि हर अधिकारी के पास फीडर वाइज विस्तृत जानकारी रहनी चाहिए जिससे किसी भी सम्भावित विद्युत फाल्ट का समय से निस्तारण कराया जा सके। बोले कि विद्युत सम्बन्धी कार्यों के लिये गर्मियों में शट डाउन से बचना चाहिए और असिस्टेड मीटर रीडिंग और बिलिंग शत-प्रतिशत होनी है। अध्यक्ष ने कहा कि राजधानी लखनऊ (लेसा अन्तर्गत क्षेत्र को) ट्रिपिंग विहीन एक आदर्श विद्युत व्यवस्था वाला क्षेत्र बनाना है। अध्यक्ष ने कहा कि राजधानी में कोई भी ट्रांसफार्मर लापरवाही के कारण नहीं क्षतिग्रस्त होना चाहिए। अनुरक्षण के लिये काफी धनराशि दी गयी है।


आला अफसर भी लें मीटर रीडिंग, कनेक्शन काटना हल नहीं…!
कड़े शब्दों में कहा कि उपभोक्ताओं को चेक करिये, सही रीडिंग का बिल भेजिये। इसके लिये असिस्टेड मीटर रीडिंग करिये। मीटर रीडिंग के लिये विद्युत निगमों के अधिकारी मीटर रीडर के साथ जायें। अधिशाषी अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता तथा मुख्य अभियन्ता भी रीडिंग लें। अध्यक्ष ने कहाकि बकाया वसूली के लिये लगातार सम्पर्क बनाकर बिल वसूली के लिये प्रयास करिये। उपभोक्ता अपना बिल स्वयं जमा करेगा। आज कोई भी बिजली के बिना नहीं रहना चाहता। कनेक्शन काटना ही समस्या का हल नहीं है। बैठक को प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार, मध्यांचल के प्रबन्ध निदेशक भवानी सिंह खगरौत ने भी सम्बोधित किया।

100 फीसदी बिलिंग होनी चाहिए
अध्यक्ष ने आदेश दिया है कि मीटर रीडिंग कर 100 फीसदी बिजली का बिल दिया जाए। इससे कि उपभोक्ता अपना बिल समय से जमा कर सके। अध्यक्ष ने कहा कि हमें ट्रिपिंग, ट्रांसफार्मर फॉल्ट को लेकर अपनी सोच बदलनी होगी। यह सामान्य घटना है। लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं।

जो काम नहीं करेगा उसका ट्रांसफर होगा
यह भी कहा गया है कि जो कर्मचारी ईमानदारी से काम नहीं करेगा उसका लखनऊ लेसा में काम नहीं करने दिया जाएगा। उसका तबादला कर दिया जाएगा। अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग राजधानी की विद्युत व्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग है। आपकी जिम्मेदारी है कि यहां की विद्युत व्यवस्था एक आदर्श व्यवस्था हो।

कमर्शियल काम के लिए कमर्शियल कनेक्शन दिया जाए
अध्यक्ष ने कहा कि जहां कहीं कॉमर्शियल कार्य हो रहा हो वहां कॉमर्शियल कनेक्शन दिया जाए। किसी भी उपभोक्ता को परेशान न किया जाए। लोड की जांच की जाए, सही मीटर रीडिंग की जाए।

अध्यक्ष ने कहा कि राजधानी में कोई भी ट्रांसफार्मर लापरवाही के कारण नहीं क्षतिग्रस्त होना चाहिए। अनुरक्षण के लिए काफी धनराशि दी गई है। लखनऊ की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आरडीएसएस में तथा बिजनेस प्लान के तहत कार्य कराए गये है। इसके बाद राजधानी में कोई समस्या नहीं रहनी चाहिए।

अध्यक्ष ने कहा कि बकाया वसूली के लिए मेहनत ज्यादा करने कह जरूरत है। लगातार सम्पर्क बनाकर बिल वसूली के लिए प्रयास करिए। उपभोक्ता अपना बिल स्वयं जमा करेगा। आज कोई भी बिजली के बिना नहीं रहना चाहता। कनेक्शन काटना ही समस्या का हल नहीं है।

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