🔥 लेसा–जलकल की अदावत में पिस गया राजेंद्र नगर! 🔥
कागज़ी खींचतान और विभागीय अहंकार की मार राजेंद्र नगर के बिरहाना इलाके के लोगों को झेलनी पड़ी।
लेसा और जलकल विभाग के बीच तनातनी के चलते पूरे इलाके की बिजली और पानी करीब 24 घंटे ठप रहे। नतीजा—अंधेरा, प्यास और बेबसी।
लखनऊ। राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित बिरहाना इलाके में लेसा और जलकल विभाग के बीच तालमेल की कमी ने गुरुवार को बड़ा संकट खड़ा कर दिया। अंडरग्राउंड केबल फॉल्ट और उसके बाद मुख्य पानी की पाइप लाइन टूटने से क्षेत्र में करीब 24 घंटे तक बिजली और पानी की सप्लाई ठप रही। इससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
गुरुवार रात करीब 12:30 बजे अंडरग्राउंड केबल में फॉल्ट आने से इलाके की बिजली गुल हो गई। शिकायतों के बाद लेसा कर्मचारी रात तीन बजे फॉल्ट खोजने पहुंचे और जेसीबी से सड़क खोदना शुरू किया। सुबह चार बजे खुदाई के दौरान पानी की मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे गड्ढे में पानी भरने लगा और बिजली मरम्मत का कार्य रुक गया।
हालांकि लेसा कर्मचारियों ने पानी निकालने के लिए मशीन लगवाई, लेकिन पाइप लाइन से लगातार रिसाव होने के कारण काम पूरा नहीं हो सका। सुबह 10 बजे जलकल विभाग को सूचना दी गई, लेकिन आरोप है कि जलकल कर्मचारियों ने तत्काल पाइप लाइन ठीक करने से मना कर दिया। इसके बाद एसडीओ अजय कुमार को जलकल कार्यालय जाकर अधिकारियों से अनुरोध करना पड़ा। जलकल की टीम शाम चार बजे मौके पर पहुंची और मरम्मत शुरू की, लेकिन देर रात तक बिजली बहाल नहीं हो सकी।
बिजली-पानी ठप रहने से क्षेत्र का जनजीवन प्रभावित रहा। घरों में पानी खत्म हो गया और लोग सरकारी टंकियों व पड़ोसी इलाकों से पानी लाने को मजबूर हुए। कई घरों में इन्वर्टर बंद हो गए और भोजन बनाने में दिक्कत हुई। कुछ परिवारों को होटल और रेस्तरां से खाना मंगवाना पड़ा।
स्थानीय निवासी विवेक राजपूत ने बताया कि विभागीय खींचतान के कारण पूरे इलाके को परेशानी झेलनी पड़ी। “लोग रात भर अंधेरे में रहे, सुबह पानी के लिए भटकना पड़ा। बच्चों और बुजुर्गों तक को फोन चार्ज करने के लिए बाहर जाना पड़ा,” उन्होंने कहा।
इधर लेसा अधिकारियों का कहना है कि पानी रिसने से केबल में फॉल्ट हुआ और पाइप लाइन टूटने के बाद जलकल की टीम मौके पर देर से पहुंची, जिससे मरम्मत का काम बाधित हुआ। रेजीडेंसी डिवीजन के एक्सईएन जय प्रकाश ने बताया कि जलकल की टीम समय पर न आने के कारण बिजली बहाल करने में देरी हुई।
वहीं जलकल विभाग ने लेसा पर बिना अनुमति सड़क खोदने और पिछले एक महीने में कई बार पाइप लाइन नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। जलकल जोन-दो के एक्सईएन सुनील कुमार ने कहा कि लेसा की लापरवाही से पानी की सप्लाई बाधित हुई और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
दोनों विभागों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जबकि इलाके के करीब 600 उपभोक्ता पूरे दिन बिजली और पानी के अभाव में परेशान होते रहे।








