
लखनऊ, 22 अगस्त 2025।
प्रदेश में बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल का तेवर आज ताबड़तोड़ नजर आया। राजधानी लखनऊ में आयोजित मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों के जमकर पेंच कसे और चेतावनी दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
बैठक में सबसे बड़ा ऐक्शन रहा – गोला, लखीमपुर, बहराइच, सुल्तानपुर और सीतापुर के अधीक्षण अभियंताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के आदेश, जबकि ईडीडी बल्दी राय के अधिशाषी अभियंता को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए गए।
अध्यक्ष का दो-टूक संदेश –
“जो काम नहीं करेगा, वो कुर्सी पर नहीं रहेगा। बिजली बिल वसूली, लाइन लॉस कम करना और सही बिलिंग आपकी पहली जिम्मेदारी है। लक्ष्य पूरा न करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
विद्युत दुर्घटनाओं पर जीरो टॉलरेंस
गोयल ने कहा – “बिना सुरक्षा उपकरणों के कोई भी मरम्मत कार्य न हो। अगर ऐसा पाया गया और दुर्घटना हुई तो संबंधित अधिकारी की सीधी बर्खास्तगी होगी।” यह सख्त निर्देश संकेत देते हैं कि अब लापरवाही पर सीधा ऐक्शन होगा।
कमजोर जिलों को मिली अंतिम चेतावनी
सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर, पीलीभीत और गोला की स्थिति पर असंतोष जताते हुए अध्यक्ष ने कहा –
- “अगर सुधार नहीं हुआ तो इन जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को निलंबित कर दिया जाएगा।”
राजधानी लेसा पर भी सख्त रुख
लखनऊ में ट्रिपिंग मुक्त आपूर्ति, राजस्व वसूली में वृद्धि और लाइन हानियां कम करने के निर्देश देते हुए अध्यक्ष ने कहा –
> “राजधानी की बिजली व्यवस्था आपके हाथों में है, अब बहाने नहीं, सिर्फ नतीजे चाहिए।”
जनता से सीधा संवाद – WhatsApp ग्रुप बनाएं
अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जनप्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं के साथ WhatsApp ग्रुप बनाकर पारदर्शी संवाद करें, शिकायतों का समय पर निस्तारण करें और फोन उठाना अनिवार्य है।
बैठक में अधिकारियों की प्रेजेंटेशन के बीच कई बार अध्यक्ष ने गुस्सा जाहिर किया और कहा –
> “समस्याएं खत्म करने वाले अधिकारी बनिए, काम लटकाने के लिए नियमों का बहाना मत बनाइए।”
प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने भी बैठक में राजस्व वसूली और सेवा सुधार पर जोर दिया।
✅ अब बड़ा सवाल ये है – चेतावनियों और निलंबनों के बाद क्या वाकई बिजली व्यवस्था सुधरेगी या फिर ये आदेश भी फाइलों में ही दब जाएंगे?