
📢 UPPCL में हड़कंप! — वेतन रोकने वालों पर ताला या तख्तापलट!
लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 19 जिलों के इंजीनियर और कर्मचारी का इस महीने खाली जेब — क्योंकि तय तारीख 2-3 तक आने वाला वेतन, अब तक अटका पड़ा है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीन 19 जिलों के अभियंता व कर्मचारियों का वेतन इस माह तय समय पर नहीं मिला। ⚡ नतीजा — बच्चों की फीस अटकी, राशन का सामान अधूरा, कई कर्मचारी कर्ज और अपनी जमा-पूंजी से घर चला रहे हैं।
🔍 जांच में खुलासा — वित्त विभाग के एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ERP) सॉफ्टवेयर में कर्मचारियों का डेटा अपलोड ही नहीं हुआ!
वित्त निदेशक मनोज बंसल का बयान — “HR से बात करिए, डेटा मिलते ही ट्रांसफर होगा”, लेकिन जिम्मेदार अफसर का नाम और असली कारण अभी भी पर्दे में। जिम्मेदार का नाम और ठोस कारण छुपाए जा रहे हैं।
पिछले माह भी 16 जुलाई तक मिला था वेतन
कहीं वेतन के मद में जारी की जा रही धनराशि पर वेतन रोक कर ब्याज खाने का नया तरकीब तो नहीं लगा रहे है उच्च अधिकारी… पावर कारपोरेशन में कुछ भी है सम्भव
❗ गंभीर सवाल —
ERP अपडेट में लापरवाही या जानबूझकर कर्मचारियों को परेशान करना?
जिम्मेदार अफसर कौन?
क्या विभाग सिर्फ “HR से बात करो” कहकर पल्ला झाड़ लेगा?
💥 UPPCL मीडिया डेस्क का अल्टीमेटम —
अगर 48 घंटे के भीतर वेतन भुगतान और दोषी का नाम सार्वजनिक नहीं हुआ, तो मीडिया में खुली लड़ाई और बड़े स्तर पर आंदोलन की घोषणा होगी।
अब या तो वेतन, या फिर विभाग को झटका!