
बस्ती। उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर से जुड़ी एक बड़ी लापरवाही और संभावित घोटाले का खुलासा हुआ है। विद्युत संविदा कर्मचारियों के वेतन से ईएसआई (कर्मचारी राज्य बीमा) मद में की गई लाखों रुपये की कटौती के बावजूद, राशि संबंधित खाते में जमा न होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
विद्युत आउटसोर्सिंग/संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामसकल मौर्य ने इस घोटाले का आरोप लगाते हुए संबंधित आउटसोर्सिंग एजेंसी और विभागीय अधिकारियों को कठघरे में खड़ा किया है। रामसकल मौर्य ने ईएसआईसी, कानपुर से सूचना का अधिकार (RTI) के माध्यम से जानकारी मांगी थी, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि वर्ष 2023 तक बस्ती जिले से ईएसआई फंड में कोई राशि जमा नहीं की गई है।
संघ अध्यक्ष ने बताया कि जिले में 650 से अधिक संविदा कर्मी कार्यरत हैं, जिनसे हर महीने ₹310 की ईएसआई कटौती की जाती रही है। उन्होंने वर्ष 2013-14 से अब तक की गई समस्त कटौतियों की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
इस पूरे घटनाक्रम से संविदा कर्मियों में गहरा आक्रोश है और विभागीय स्तर पर भी हलचल मच गई है। यह मामला न केवल वित्तीय अनियमितता का संकेत देता है, बल्कि कर्मचारियों के अधिकारों और स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ खुला खिलवाड़ भी है।
📌 “बीच में बेसिल कंपनी ने कुछ धनराशि जमा की थी, लेकिन उसके बाद फिर वही खेल शुरू हो गया। यह कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई के साथ धोखा है,” — रामसकल मौर्य