रिश्वत लेते बिजली विभाग के उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल शर्मा को विजिलेंस टीम ने किया रंगे हाथों गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में 15 हज़ार की रिश्वत लेते बिजली विभाग के उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल शर्मा को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद महकमें में हड़कंप मच गया।

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने 15 हज़ार की रिश्वत लेते बिजली विभाग के उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल शर्मा को रंगेहांथो गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल शर्मा जनपद फतेहपुर के विद्युत वितरण उपखंड बिंदकी रोड, चौडगरा में तैनात थे।

आरोप है कि कामर्शियल कनेक्शन जोड़ने के एवज में उन्होंने पैसों की मांग की थी. जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) प्रयागराज से की गई थी.

कामर्शियल कनेक्शन जोड़ने के लिए मांगी गई थी रिश्वत
फतेहपुर के जाफरगंज क्षेत्र के रहने वाले हरिनाम सिंह पुत्र गुलाब सिंह ने विजिलेंस प्रयागराज में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि शत्रुघन मिश्रा की कंपनी एस0पी0 इंफ्रास्ट्रक्चर चौडगरा में देख रेख का काम करता है. प्लांट में 8 किलो वाट का कामर्शियल कनेक्शन कराया गया था।

हरिनाम के मुताबिक करीब तीन माह पहले बिजली का कनेक्शन काट दिया गया था. कनेक्शन जोड़ने के लिए उपखण्ड अधिकारी अंशुल शर्मा से मुलाकात की तो उन्होंने पैसों की मांग की. शिकायती पत्र के अनुसार 22 मार्च को उपखण्ड अधिकारी ने 15 हज़ार देने के लिए बुलाया था. लेकिन इससे पहले शिकायतकर्ता ने 18 मार्च को विजिलेंस प्रयागराज में इसकी शिकायत कर दी।

विजिलेंस ने टीम बनाकर उपखण्ड अधिकारी को किया गिरफ्तार
उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल शर्मा के खिलाफ मिले शिकायती पत्र को सही पाते हुए विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों ट्रैप करने के लिए योजना बनाई. बताया जा रहा है कि फतेहपुर जनपद आने के बाद जिलाधिकारी से इसके लिए अनुमति मांगी गई और शाम करीब 7 बजे शहर के पटेल नगर से रिश्वत लेते उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर अंशुल कुमार शर्मा को पकड़ कर हिरासत में ले लिया गया. अचानक हुई इस घटना से बिजली विभाग में हड़कंप मच गया।

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