⚡ बिजली विभाग की लापरवाही या मौत का खेल?
मोहम्मदपुर उपकेंद्र की बदहाल व्यवस्था पर चौंकाने वाली रिपोर्ट
आजमगढ़। मोहम्मदपुर विद्युत उपकेंद्र की हालत इन दिनों बेहद खराब हो चुकी है। बिजली विभाग की घोर लापरवाही के चलते क्षेत्र के हजारों उपभोक्ता रोजाना संकट झेल रहे हैं। जूनियर इंजीनियर विनय मौर्य के कार्यक्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमराई पड़ी है—11000 वोल्ट की झूलती तारें, जर्जर पोल और हर रोज़ शॉर्ट सर्किट की घटनाएं लोगों के लिए “मौत का जाल” बन चुकी हैं।
⚡ झूलती हाईटेंशन लाइनें बनीं जानलेवा खतरा
पूरे मोहम्मदपुर क्षेत्र में हाईटेंशन तारें घरों, दुकानों और खेतों के ऊपर से गुजर रही हैं। थोड़ी हवा या बारिश में ये आपस में टकराकर शॉर्ट सर्किट करती हैं, जिससे पूरा फीडर ठप हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग हर दिन किसी न किसी फीडर पर ट्रिपिंग और ट्रांसफॉर्मर फुंकने की घटना होती है। कई बार तो आग भी लग चुकी है। बरसात या तेज हवा में ये तारें आपस में टकराकर शॉर्ट सर्किट कर देती हैं, जिससे ट्रांसफार्मर फुंकने और आग लगने जैसी घटनाएं आम हैं।
“11000 की लाइनें सिर के ऊपर से गुजरती हैं, हर दिन शॉर्ट सर्किट होता है, डर के साये में जीना पड़ता है।” — स्थानीय निवासी
🏚️ जर्जर तार, टूटे पोल — और विभाग मौन
गांवों में बिजली पोल जंग खा चुके हैं, कई झुककर गिरने की स्थिति में हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि शिकायतें करने के बावजूद लाइनमैन और जेई कोई कार्रवाई नहीं करते। बारिश के दिनों में खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार सूचना देने के बावजूद मरम्मत नहीं कराई जाती।
लाइनमैन की अनुपस्थिति और धीमी प्रतिक्रिया से उपभोक्ताओं को घंटों, कभी-कभी दिनों तक बिजली गुल रहने की परेशानी झेलनी पड़ती है।
📞 जेई विनय मौर्य की कार्यशैली पर उठे सवाल
ग्रामीणों का आरोप है कि जेई विनय मौर्य उपभोक्ताओं की शिकायतें नहीं सुनते।
सीयूजी नंबर बंद रहता है, कॉल रिसीव नहीं की जाती, और ट्रांसफॉर्मर या तार ठीक कराने में कई-कई दिन लग जाते हैं।
“जेई साहब के क्षेत्र में व्यवस्था खत्म हो चुकी है, कर्मचारी भी जवाब नहीं देते। ट्रांसफॉर्मर फुंक जाए या तार टूट जाए, मरम्मत में कई-कई दिन लग जाते हैं।” — स्थानीय उपभोक्ता

🔥 जनता की प्रमुख मांगें
-
मोहम्मदपुर उपकेंद्र की तकनीकी और प्रशासनिक जांच कराई जाए।
-
जेई विनय मौर्य पर लापरवाही की विभागीय कार्रवाई हो।
-
सभी गांवों में पुराने तार और पोल तुरंत बदले जाएं।
-
लाइन मरम्मत और सेफ्टी अभियान चलाया जाए।
-
सीयूजी नंबर की मॉनिटरिंग और जवाबदेही तय की जाए।
🚨 ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर बिजली आपूर्ति व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे विभागीय कार्यालय का घेराव और आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

📌 यूपीपीसीएल मीडिया का मानना है कि:
मोहम्मदपुर उपकेंद्र की स्थिति केवल तकनीकी कमी नहीं, बल्कि प्रबंधन और निगरानी की गंभीर विफलता का उदाहरण है। फील्ड स्तर पर जवाबदेही तय न होने के कारण उपभोक्ताओं की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। विभागीय उच्चाधिकारियों को चाहिए कि इस उपकेंद्र की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएं, ताकि हादसों से पहले सुधार हो सके। जहां भी जेई विनय मौर्य की तैनाती रही, वहां उपभोक्ताओं की शिकायतें बढ़ी हैं और विभागीय चुप्पी ने व्यवस्था को और कमजोर किया है।








