
🟥 सावधान! यूपी में बिजली नहीं, ‘मौत’ दौड़ रही है तारों में! बिजली के खंभे से खेत की बाड़ में उतरा मौत का करंट
🟥 विद्युत विभाग की लापरवाही से गई तीन युवाओं की जान! खंभे से उतरी मौत, सिस्टम की चुप्पी शर्मनाक!
गोंडा | यूपीपीसीएल मीडिया
गोंडा के वजीरगंज क्षेत्र में सोमवार देर शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव और जिले को हिला कर रख दिया। हाईटेंशन लाइन से खेत की बाड़ में उतरे करंट की चपेट में आने से दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। ये कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि विद्युत विभाग की घोर लापरवाही से हुई एक ‘मानवजनित त्रासदी’ है!
⚡ हादसे की भयावहता:
परसिया गांव निवासी अंजनी तिवारी का 17 वर्षीय बेटा शिवम खेत की जोताई कर रहा था। बारिश के बाद खेत में फैली कंटीली बाड़ में उतरे करंट ने उसे चपेट में ले लिया। बचाने दौड़े 19 वर्षीय सत्य नारायण (बड़ा भाई) और 22 वर्षीय रवि पांडेय (मित्र) भी उसी करंट की चपेट में आ गए। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
🔥 सवालों के घेरे में विद्युत विभाग:
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि खेत के पास लगे हाईटेंशन लाइन के खंभे और ट्रांसफार्मर से करंट रिसकर कंटीली तारों में पहुंचा। बारिश के चलते यह करंट पूरे खेत में फैल गया।
स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में कई बार विभाग को खंभे और तारों की स्थिति को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
📌 जिम्मेदार कौन?
देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता यदुनाथ राम ने स्वीकारा है कि विभाग को घटना की सूचना मिली है। अधिशासी अभियंता से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा—
“अगर विभागीय लापरवाही पाई जाती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”
😢 मातम में डूबा परिवार:
तीनों मृतकों के घरों में कोहराम मचा है। गांव की आंखें नम हैं और हर जुबान पर एक ही सवाल—
“जब बार-बार बताया गया था कि खंभे से करंट फैल रहा है, तो आखिर क्यों नहीं जागा विभाग?”
📣 UPPCL मीडिया न्यूज की मांग:
▶ विद्युत विभाग की जवाबदेही तय हो
▶ पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवजा मिले
▶ खेतों में फैले खतरनाक खंभों और तारों की समीक्षा कर फौरन सुधार किया जाए
यह सिर्फ एक हादसा नहीं, सिस्टम की एक और क्रूर लापरवाही है।
कब जागेगा सिस्टम, कब मिलेगा न्याय?
📌 रिपोर्ट – यूपीपीसीएल मीडिया न्यूज टीम, गोंडा