
लखनऊ जेल की बिजली सप्लाई ठीक करते समय एक अकुशल आउटसोर्सिंग कर्मी पोल से गिर गया, जिससे वह घायल हो गया. घटना शुक्रवार को मोहनलालगंज के खजौली में हुई, जब रोहित नाम का यह कर्मी बिना शटडाउन लिए डबल पोल पर चढ़ गया था।
बताते चले कि पूरनपुर सबस्टेशन से जेल की सप्लाई बंद होने के बाद, रोहित को मोहनलालगंज ओल्ड सबस्टेशन से लाइन जोड़ने का काम सौंपा गया था। उसने पूरनपुर सबस्टेशन से शटडाउन लेकर जेल की लाइन तो खोल दी, लेकिन मोहनलालगंज की लाइन बंद करना भूल गया। इसके उपरान्त मोहनलालगंज के ओल्ड सबस्टेशन पर अकुशल आउटसोर्सिंग कर्मी के तौर पर काम करने वाले रोहित, लखनऊ जेल की बिजली सप्लाई को ठीक करने के लिए पोल पर चढ़े थे. बिना शटडाउन लिए पोल पर चढ़ने के कारण, उन्हें करंट का झटका लगा और वे पोल से नीचे गिर गए. सौभाग्य से, वे कीचड़ में गिरे, जिससे उनकी जान बच गई, लेकिन वे घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
डबल पोल पर चढ़ते ही धमाके के साथ रोहित को करंट लगा और वह नीचे कीचड़ में गिर पड़ा। हादसे में उसका दाहिना हाथ बुरी तरह झुलस गया। साथी कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और उसे पहले एपेक्स ट्रामा सेंटर, फिर आलमबाग के निजी अस्पताल ले गए।
इस घटना के बाद, यह सवाल उठता है कि आउटसोर्सिंग कर्मियों को बिना सुरक्षा उपकरणों के काम पर क्यों भेजा जा रहा है, खासकर जब वे 11,000 वोल्ट जैसी खतरनाक लाइनों पर काम कर रहे हों. इस मामले में, यह भी सामने आया है कि क्यूसा कॉर्प लिमिटेड कंपनी द्वारा अभी तक कोई सुरक्षा किट या परिचय पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है। यूपीपीसीएल मीडिया लगातार सुरक्षा किट एवं परिचय पत्र को लेकर विरोध प्रकट कर रहा है, लेकिन क्यूसा कॉर्प लिमिटेड कंपनी के ऊपर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
लखनऊ जेल की बिजली सप्लाई को लेकर शुक्रवार को एक गंभीर हादसा हुआ। मोहनलालगंज के खजौली निवासी रोहित, जो ओल्ड सबस्टेशन पर आउटसोर्सिंग कर्मी है, बिना शटडाउन लिए डबल पोल पर चढ़ गया।
डॉक्टरों की सलाह पर रोहित को एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। संविदा कर्मचारियों के स्थानीय नेता राकेश पाठक और जेई सत्येंद्र कुमार ने अस्पताल जाकर रोहित का हाल-चाल लिया। एसडीओ आशुतोष वर्मा के अनुसार, रोहित की हालत अब खतरे से बाहर है।