
बरेली। बिजली विभाग भष्ट्राचार का एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिसके द्वारा नित्य प्रतिदिन एक के बाद एक घपले सामने आ रहे हैं। ताजा प्रकरण बिल जमा करने के लिए लगाए गए चेक से सम्बन्धित है, जो बाउंस हो गए। अधिशासी अभियंता की तरफ से कोतवाली में नौ लोगों के खिलाफ फर्जी चेक से बिल जमा करने की आशंका व्यक्त करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही कैशियर को निलंबित कर दिया गया।
इसके पूर्व फरीदपुर में संविदा कर्मचारी के मकान से 98 बिजली मीटर बरामद होने सम्बन्धित प्रकरण अभी शांत नहीं हुआ था कि ग्रामीण क्षेत्र में एक और नया मामला प्रकाश में आ गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चेक के जरिये दर्जनों उपभोक्ताओं के बिल जमा किए गए। इसकी रसीदें भी दी गईं। ये चेक बैंक में लगाए गए तो बाउंस हो गए। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो हड़कंप मच गया।
बताते चले कि 38 चेक के जरिए बिल जमा हुए जिसमें 36 चेक बाउंस हुए हैं… यह सभी कार्तिक इंटरप्राइजेज, हिमांशु रंजन, लव कुमार, अनहर हुसैन के नाम से जारी चेक विभाग में कैशियर राहुल गुप्ता की मदद से जमा किए गए थे। पूरे खेल में विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत की भी बात सामने आ रही है। अधिशासी अभियंता सत्येन्द्र चौहान ने बताया कि कैशियर राहुल गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि फरीदपुर क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र के बिल शहरी क्षेत्र के कैश काउंटर पर जमा किए गए थे। बताया जा रहा है कि उपभोक्ताओं से पैसे लेकर सक्रिय गिरोह फर्जी चेक देकर कैशियर की मदद से विभाग को लंबे समय से चूना लगा रहे थे।
ग्रामीण क्षेत्र में इससे पहले भी बिल जमा करने के मामले सामने आ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्र के प्रथम डिवीजन में इससे पहले फर्जी बिल का मामला सामने आया था। इसके बाद कार्यालय से सीपीयू ही चोरी हो गया था। इस प्रकरण के बाद बिजली चोरी के मामले में लगने वाले जुर्माने का पटल देखने वाले बाबू पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था।
अधिशासी अभियंता हरीश कुमार के अनुसार फर्जी चेक के जरिए बिल जमा करने का मामला चेक बाउंस होने के बाद पकड़ में आया। उसके बाद कोतवाली में नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।