
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अंतर्गत गोमती नगर जोन अधीनस्थ चिनहट डिवीजन अंतर्गत लवली पावर हाउस क्षेत्र में तत्कालीन अवर अभियंता प्रदीप पांडे द्वारा ऐसे ऐसे करना में किए गए… जिसकी सही तरीके से जांच हो जाए… तो अवर अभियंता जो ओके इंजीनियर प्रदीप पांडे उसका पूरा जीवन जेल के सलाखो के पीछे निकलेगा… यूपीपीसीएल मीडिया द्वारा इनके उक्त कारनामों बारी-बारी से आपके सामने प्रस्तुत करेगा…
जीवन की कुल जमा पूंजी से शौक से बनाया गया मकान में बिजली संयोजन के लिए कई महीने दौड़ने के बाद लौलाई बिजली घर के तत्कालीन अवर अभियंता प्रदीप पांडे ने थमाया ₹209985.06 का पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष पंकज कुमार के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए नियम विपरीत ट्रांसफार्मर सहित दिया एस्टीमेट…
लगभग 6 महीने से विभाग के चक्कर लगा लगाकर थक चुकी श्रीमती शालिनी शर्मा ने अपने जेवर बेचकर जमा कराया तत्कालीन अवर अभियंता प्रदीप पांडे द्वारा थमाया गया एस्टीमेट का जमा कराया पैसा…
एस्टीमेट का पैसा जमा होने के अवर अभियंता ने तत्काल ट्रांसफार्मर,पोल सहित अन्य सामान आवेदिका श्रीमती शालिनी शर्मा के दरवाजे पर गिरा दिया…. इस पर आवेदिका श्रीमती शालिनी शर्मा अपने पति के अनुपस्थिति में अवर अभियंता प्रदीप पांडे से जमकर विरोध करते हुए घर के सामने ट्रांसफार्मर लगाने से मना करते हुए बिल्डर द्वारा उपलब्ध कराए गए जमीन पर लगाने की गुहार करती रही… लेकिन अवर अभियंता प्रदीप पांडे ने कहा कि यदि आज यह सामान वापस चला गया… तो आपका पैसा भी चला जाएगा फिर हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी… बहुत ज्यादा हम यह कर सकते हैं कि अभी इसको लगने दीजिए फिर एक महीने के बाद इसको कहीं और शिफ्ट कर देंगे…. दिन का समय होने के कारण घर का मुखिया ऑफिस में होने के कारण, जहां पर कॉल भी नहीं कर सकती… के पास अवर अभियंता प्रदीप पांडे का कहना मानने के अलावा कोई और रास्ता आवेदिका श्रीमती शालिनी शर्मा के पास नहीं बचा… लिहाजा घर के सामने मौत रूपी ट्रांसफार्मर को लगने दिया…
अवर अभियंता प्रदीप पांडे द्वारा उक्त मकान के सामने ट्रांसफार्मर लगाने के प्रति भारी लापरवाही किया गया… जैसे कि पोल की ग्रांउटिंग ना होना, अर्थिंग ना होना, सर्विस केबिल को डायरेक्ट ट्रांसफार्मर से ही निकाल देना इत्यादि…
बच्चे बाहर खेल पाते हैं ना छत पर जा पाते हैं न्यूट्रल में भी करंट आता है खंबे से अभी तक दो गाय मर चुकी है और पूरे घर में बरसात के समय में करंट आता है जिसके कारण इन लोगों को उसे घर से बाहर रहना पड़ता है.. पैसा देकर इस तरह की आफत मोल लेने का काम किया आवेदिका शालिनी शर्मा ने…
जिससे उपभोक्ता शालिनी शर्मा का जान हमेशा जोखिम में भरा रहता है.. कभी भी कोई अनहोनी होने की सूचना आ सकती है…
इसके कुछ समय बाद ही विभागीय लापरवाही के कारण अवर अभियंता प्रदीप पांडे को निलंबित कर दिया… इसके उपरांत तब से लेकर अभी तक उपभोक्ता शालिनी शर्मा चिनहट डिवीजन से लेकर कामता पावर हाउस का चक्कर लगा रही है…
अभी हाल में ही अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा ने उक्त ट्रांसफार्मर को हटाने के लिए 147618.00 का फिर से एस्टीमेट दे दिया… अब बिजली विभाग ही बताएं उपभोक्ता शालिनी शर्मा ने पहली बार तो उन्होंने गहना बेच दिया… दूसरी बार अब क्या बेचे?
यहां बताना अति आवश्यक होगा कि उक्त प्रकरण यह एक मात्र उदाहरण नहीं है….संपूर्ण लौलाई बिजली घर क्षेत्र में इस तरह के प्रकरण भरे पड़े हुए हैं…. देखना अब यह है कि मामला संज्ञान में आने के बाद आला अधिकारी इस संदर्भ में क्या कार्रवाई करते हैं?