
कन्नेक्शन काटने से नाराज बीजेपी विधायक बृजभूषण राजपूत गुड्डू के बिगड़े बोल… पूरी गर्मी निकाल दूंगा तेरी मैं … अधिक्षण अभियंता खामोश के कारण सम्पूर्ण पावर कारपोरेशन के इंजीनियरों का सिंर आज शर्म से झुक गया…. आज उन ईमानदार इंजीनियरों को अपनी गलती का एहसास हो रहा है कि आज कितना मजबूर होकर प्रदेश का सबसे शर्मसार विभाग का प्रतिनिधित्व कर रहा हूॅ, जहां अपना पूरा समय अपनी पत्नी बच्चों को छोडकर पूरा समय अपने दायित्व को लेकर विभाग के प्रति हर समय समर्पित रहने के बाद भी सिर्फ अपने उच्च अधिकारीयों के गाली गलौज व कारवाईयों होने का भय बना रहता है।
अध्यक्ष – पावर कारपोरेशन आशीष गोयल के निर्देश पर राजस्व वसूली का पालन करने पर नाराज हमीरपुर, उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत के पुत्र एवं चरखारी, महोबा विधायक बृजभूषण राजपूत गुड्डू के अधिक्षण अभियंता के मौजूदागी में धमकाया न सिर्फ धमकाया बल्कि सार्वजनिक तौर अपमानित कर हाथ जोड़कर माफी भी मंगावाया।
हैरानी की बात यह है कि जब चरखारी, महोबा विधायक बृजभूषण राजपूत गुड्डू अवर अभियन्ता की पूरी गर्मी निकालने की बात कर रहे थे, जब सम्बन्धित अधिक्षण अभियंता महोदय शांति पूर्वक विधायक द्वारा अवर अभियन्ता महोदय की गर्मी उतारने में सहयोग कर रहे थे।
चरखारी, महोबा विधायक बृजभूषण राजपूत गुड्डू ने सार्वजनिक रूप से बकायेदार का समर्थन करते हुए कहा कि यह बिल नहीं देगा…. नहीं देगा….नहीं देगा, तुम कुछ नहीं कर सकते, मुख्यमंत्री का आदेश मालूम है तुमे… शासन का आदेश मालूम है तुमे…..एक किलोवाट का कन्नेक्शन आपको अधिकार नहीं है कन्नेक्शन काटने की, दो किलोवाट की वसूली आप कर सकते है…. क्या नियम है…. यहीं नियम है ईसी साहब ….. आज के बाद गलती न कर देना यहां पे… ठीक है न……… जब चरखारी, महोबा विधायक बृजभूषण राजपूत गुड्डू सरेआम कन्नेक्शन काटने पर अवर अभियन्ता को अपराधी बनाकर खुद जज बनकर फैसला सुना रहे थे, तब जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले अधीक्षण अभियंता महोदय विधायक को अपनी गलती का एहसास कराने के वजाय समर्थन में हॉ में हॉ मिला रहे थे।
अवर अभियंता को नौकरी करने के तरीके का पाठ पढ़ाने के दौरान एक किलावाट के कन्नेक्शन को काटने को लेकर जिस नियम का पाठ पढां रहे थे, उस नियम की जानकारी खुद विधायक को नहीं है, विधायक तो दूर की बात है, वहां मौजूद अधिक्षण अभियन्ता को जानकारी नहीं है …. जबकि हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश के गरीब बिजली उपभोक्ताओं को योगी सरकार ने एक बड़ी राहत दी थी, जिसके तहत एक किलोवाट के घरेलू विद्युत कनेक्शन को जोड़ने एवं काटने (आरसी-डीसी) शुल्क को बीते 31 जुलाई तक माफ कर दिया गाया है। इसके साथ ही आंशिक भुगतान की न्यूनतम सीमा कुल बकाए का 25 प्रतिशत जमा करने की अनिवार्यता को भी खत्म कर दिया था, जिसके उपरान्त सूबे के गरीब एक किलोवाट के उपभोक्ता अपने बकाया में से न्यूनतम 100 रुपए जमा करके कनेक्शन दोबारा जुड़वा सकते थे।
चरखारी विधायक बृजभूषण राजपूत उर्फ गुड्डू बिजली बकाया पर कन्नेक्शन काटने पर विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर को न सिर्फ धमकाया, बल्कि सरेआम माफी भी मांगवाया, इस पूरे हादसे के समय अधीक्षण अभियन्ता महोदय खामोश रह कर यह साबित कर दिया कि उनकी अगुवाई में कोई भी इंजीनियर सुरक्षित नहीं है।
चरखारी विधायक बृजभूषण राजपूत उर्फ गुड्डू द्वारा सरेआम अवर अभियंता को अधीक्षण अभियंता की उपस्थिति में सार्वजनिक रूप से धमकाते हुए विडियों वायरल होने पर सम्पूर्ण पावर कारपोरेशन का सिर शर्म से झुक गया। यदि सम्बन्धित अधिक्षण अभियंता राजस्व वसूली में की गई कारवाई को सही नहीं ठहरा सकते थे, तो उन्हे अपने पद पर बने रहे का कोई हक नहीं है।
हैरानी की बात यह है कि इस प्रकरण को र्सावजनिक होने पर न सिर्फ अध्यक्ष पावर कारपोरेशन की बोलती बन्द है, बल्कि इंजीनियरों के लिए संघर्ष करने वाली यूनियन के साथ-साथ विभाग का प्रतिनिधत्व कर रहे उच्च अधिकारीयों की भी बोलती बन्द है, सिर्फ राजस्व वसूली पूरा न होने पर ही इन सब की बोलती चालू होगी और कारवाई भी होगी।