
सरायतरीन (संभल)। कैला देवी थाना क्षेत्र के गांव बरखेड़ा सोनक में मंगलवार की सुबह 10 बजे विद्युतीकरण कार्य के दौरान हाइड्रा से बिजली का खंभा गिर गया, जिससे गांव निवासी नन्हे की सात वर्षीय बेटी सलोनी के ऊपर गिर गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद विद्युतीकरण का कार्य कर रहे लोग भाग गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गांव बरखेड़ा सोनक में चार-पांच दिन से विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। गांव में जगह जगह खंभे लगाए गए हैं। मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे मोहल्ले में ही बिजली का खंभा लगाया जा रहा था। कुछ दूरी पर मोहल्ले के बच्चों के साथ नन्हे के सात साल की बेटी सलोनी भी खेल रही थी। इसी दौरान हाइड्रा मशीन से बिजली का खंभा गिर गया। जिसकी चपेट में आने से सलोनी की मौत हो गई। जबकि अन्य बच्चे बाल-बाल बचे। पीड़ित पिता ने बताया कि दो बेटी व एक बेटे में सलोनी दूसरे नंबर की थी। पीड़ित ने ठेकेदार को बेटी की मौत का जिम्मेदार बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। थाना प्रभारी ने बताया कि दो ट्रैक्टर मौके से मिले हैं। तहरीर मिली नहीं है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
हाइड्रा की पत्ती थी टूटी हुई, ग्रामीणों ने चेताया था ठेकेदार
जिस हाइड्रा मशीन से हादसा हुआ है। उसमें पत्ती लोहे की टूटी हुई थी। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार को इसकी जानकारी दी गई थी कि मशीन की पत्ती को दुरूस्त करा लें। इससे हादसा हो सकता है। मंगलवार को ऐसा ही हुआ। जब खंभा उठाया तो वह अचानक से गिर गया। इसमें बालिका की मौत हो गई।
मां के साथ आधी रोटी खाकर खेलने निकली थी सलोनी
सलोनी की मां प्रेमवती ने बताया कि गांव में विद्युतीकरण का कार्य चल रहा था। मोहल्ले में ही बिजली का खंभा लगाने के लिए जब ट्रैक्टर आया तो बेटी मेरे साथ ही खाना खा रही थी। उसने आधी रोटी खाई थी और आधी रोटी छोड़कर देखने के लिए चली गई थी। लेकिन मुझे क्या पता था कि इसी बिजली के खंभे के नीचे दबकर मेरी बेटी की मौत हो जाएगी। मोहल्ले के लोगों का शोर शराबा होने के बाद जब मौके पर गई तो बेटी की मौत हो चुकी थी। बताया कि बेटी यदि स्कूल चली गई होती तो उसकी जान बच जाती। वह गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन की छात्रा थी। (समाचार में लगा फोटोग्राफ डेमो फोटो है)