
गोण्डा। आजादी के इतने वर्षों बाद भी गांव में बिजली की व्यवस्था न होने से खफा ग्रामीणों ने “बिजली नहीं तो वोट नहीं“ के नारे लगाकर बुधवार सुबह प्रदर्शन किया और चुनाव के वहिष्कार की घोषणा की है। लोगो ने कहा की गाँव मे बिजली नहीं होने से मोबाइल तक नहीं चार्ज हो पाती है और अन्य तमाम कार्य बाधित हो रहे है। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया की अनेक बार सम्बंधित विभाग के जिम्मेदारो समेत जनप्रतिनिधियों से लिखित व मौखिक तौर पर बिजली लगवाने की अपील हुई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पूरा मामला रुपईडीह ब्लॉक के भोपालपुर ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ है। यहाँ के भोपालपुर ख़ास व महावत डेरा मजरे मे आज तक लोगो को बिजली नसीब नहीं हुई। हो रही परेशानी से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को गाँव मे प्रदर्शन कर अपना रोष प्रकट किया। रोहित, पहलवान, तुलसीराम, सत्यनरायन, बीपत, अवधेश, संजू देवी, ललिता, गुड़िया, मानी देवी, पूनम, गौरीशंकर, मोतीलाल, नवरंग सिंह, हिटलर, सालिकराम, तुफैल, राकेश, आमिर खान, अमृतलाल आदि लोगों का कहना है कि यहाँ विजली के लिए लगातार कई वर्षो से वह सभी और उनके प्रधान संघर्ष कर रहे हैं। इस समस्या को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों सहित विभागीय आलाधिकारियों से गुहार लगाई गई। सभी तरफ से बिजली लगवाने का आश्वासन भी मिला, लेकिन अबतक गाँव मे बिजली नहीं आई।
जिम्मेदारो द्वारा किए गये वादे के अबतक पूर्ण न होने पर तंग आकर ग्रामीणों ने वोट के बहिष्कार का मन बना लिया है। लोगों का सीधा कहना है, कि विजली की मांग हमलोग कई वर्षों से लगातार कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिम्मेदारो द्वारा किए गए झूठे वादे से अब लोग उब चुके हैं।
प्रधान प्रतिनिधि कमलेश पासवान ने बताया कि दोनों मजरो को मिलाकर करीब 190 घर है और दोनों जगह की आबादी लगभग 900 है। बताया की साल 2014 से यहाँ जगह जगह पोल खडे है लेकिन उनपर तार, केबिल व ट्रांसफर्मर लगाकर गाँव मे अभी तक विजली आपूर्ति नहीं पहुँचाई गई, जबकि उन्होंने कई बार लिखा पढ़ी की है। इस दशा मे लोगों को अनेक परेशानी झेलनी पड़ रही है। बताया की पंचायत घर व सामुदायिक शौचालय तो बना है लेकिन विजली उपलब्ध न होने से तमाम दिक्क़त आती है।