बेखबर प्रबंधन, कमीशन के फेर में 6 माह से बिजलीघर से 10MVA का पावर ट्रांसफार्मर गायब!

मेरठ। पश्चिमांचल वि0वि0नि0लि0 मेरठ के क्षेत्र में माधवपुरम बिजलीघर पर लगे एवं चालू 10 एम0वी0ए0 के पॉवर ट्रान्सफार्मर की मरम्मत के नाम पर 6 महीने से भी अधिक समय से प्लिन्थ खाली रखकर, क्षेत्र के अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता द्वारा विभाग को मोटा चूना लगाने का मामला प्रकाश में आया है।

बताते चले कि पश्चिमांचल वि0वि0नि0लि0 के मेरठ क्षेत्र के अन्तर्गत माधवपुरम बिजलीघर पर लगे 10 एम0वी0ए0 के ट्रांसफार्मर की खाली प्लिंथ की है। जहां से सही चालू पॉवर ट्रान्सफार्मर को क्षेत्र के अधीक्षण अभियन्ता विद्युत शहरी मण्डल प्रथम मेरठ राजेन्द्र बहादुर एवं अधिशाषी अभियन्ता विद्युत शहरी खण्ड पंचम मेरठ मनोज अग्रवाल द्वारा आपस में मिलकर, माह अक्टूबर-2023 में फुंका हुआ दर्शाकर, मरम्मत के नाम पर पहले बिजलीघार पर ही मरम्मत कराने का नाटक कर, विभाग को मोटा चूना लिया गया, फिर पॉवर ट्रान्सफार्मर की मरम्मत के नाम पर प्लिन्थ से उतरवाकर, ट्रान्सफार्मर मरम्मत करने वाली कम्पनी को भिजवा दिया गया।

तब से आज तक वह ट्रान्सफार्मर, कम्पनी में ही मरम्मत के लिये पड़ा है। जानकारी में यह आया है कि जहां पॉवर परिवर्तक के खराब होने की सूचना अधिशाषी अभियंता को अधीक्षण अभियन्ता भण्डार को देनी होती है तथा अधीक्षण अभियंता विद्युत माध्यमिक मंडल को अधिशाषी अभियंता परीक्षण के साथ ट्रान्सफार्मर के खराब होने के कारणों पर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है। भण्डार मण्डल ही खराब ट्रान्सफार्मर को बदलवाते हैं। परन्तु यहां पर अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता ने फर्जी मरम्मत के नाम पर मोटे पैसे खाने के उद्देश्य से, पहले चालू पॉवर ट्रान्सफार्मर को खराब घोषित कराया, फिर एम0डी0 पश्चिमांचल मेरठ को बिना बताये, सीधे स्वयं ट्रान्सफार्मर की मरम्मत का कार्य कराने का फैसला ले लिया गया। जबकि यह कार्य उनके अधिकार क्षेत्र में आता ही नहीं है।

 

जानकारी में आया है कि अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता आगामी कुछ महिनों में रिटायर होने वाले हैं। जिसके कारण वे ज्यादा से ज्यादा कमाई करने के जुगाड़ में लगे हुये हैं तथा इसी प्रकार से पश्चिमांचल में पॉवर ट्रान्सफार्मर मरम्मत करने वाली कम्पनियों के साथ समझौता करके, छोटी मोटी खराबी वाले पॉवर ट्रान्सफार्मर को मरम्मत करने वाली कम्पनी को उठवाकर मोटी रिश्वत खायी जा रही है।

यह घोर आश्चर्य का विषय है कि जहां शासन 24 घंटे बिजली देने की बात करता है तो वहीं माधवपुरम मेरठ बिजलीघर से माह अक्टूबर-2023 में उठाये गये 10 एम0वी0ए0 के पॉवर ट्रान्सफार्मर का ही कोई अता पता नहीं है। विभाग में यह भ्रष्टाचार की प्रकाष्ठा के समान है।

क्योंकि पावर ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद अधिकतम 72 घण्टे में बदल दिया जाता है। परन्तु यहां 6 महिने से प्लिंथ से ही ट्रांसफार्मर गायब है, इस विषय पर कोई भी चर्चा करने तक के लिए तैयार नहीं है।

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