
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने एलडीए की गौतमबुद्ध मार्ग की 22 हजार वर्गफुट जमीन पर कब्जा कर लिया है। विभाग ने एलडीए से जमीन खरीदे या अनुमति लिए बिना ही बाउंड्रीवॉल समेत तमाम चीजें बना ली हैं। एलडीए ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्य अभियंता को नोटिस जारी कर तत्काल जमीन खाली करने को कहने के साथ ही चेतावनी भी दिया कि खुद नहीं हटाने पर प्राधिकरण स्वयं ध्वस्त करेगा।
बताते चले कि गौतम बुद्ध मार्ग पर पुराना आरटीओ कार्यालय बना था। इसकी जमीन एलडीए की थी। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इसमें से कुल 216 वर्ग मीटर जमीन विद्युत विभाग को दी थी। बाकी जमीन अलग से आरक्षित रखी थी, लेकिन बिजली विभाग ने इसके बगल में आरक्षित एलडीए की 22 हजार वर्ग फुट जमीन पर भी बिना अनुमति के बाउंड्रीवाल बनाने के साथ ही कुछ और निर्माण भी कर लिया है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने इस मामले में दो दिन पूर्व 10 अप्रैल को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता को नोटिस भेजा है। उन्होंने लिखा है कि निर्मित बाउंड्रीवॉल तथा स्थल पर रखी सामग्री तत्काल हटाई जाए। जिससे प्राधिकरण जमीन का कब्जा ले सके। अगर विभाग ने नहीं हटाई तो प्राधिकरण अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करते हुए जमीन अपने कब्जे में लेगा।
रक्षामंत्री ने इस जमीन पर मंजूर किया है सामुदायिक केंद्र
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहर के लिए कई सामुदायिक केंद्र स्वीकृत कराए हैं। इस जमीन पर भी एक सामुदायिक केंद्र की मंजूरी मिली थी। इसका काम भी शुरू होने वाला था, लेकिन अब पता चला कि बिजली विभाग ने बिना मंजूरी लिए जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसी वजह से एलडीए उपाध्यक्ष ने मुख्य अभियन्ता को नोटिस दी है। लिखा है कि बिजली विभाग इसे खाली नहीं करता है तो प्राधिकरण इसे हटाकर सामुदायिक केंद्र बनाना शुरू करा देगा।