
मेरठ। मुंडाली थाना क्षेत्र स्थित गांव अजराड़ा के रहने वाले युनुश को अपनी किराने की दुकान के लिए बिजली का कनेक्शन लेना था, जिसके लिए यूनुस कुछ दिन पूर्व अतराड़ा स्थित बिजली घर पहुंचा था। जहां युनुस ने अवर अभियन्ता अनिल कुमार से कनेक्शन के बारे में बात की, तो अवर अभियन्ता अनिल कुमार ने बिजली कनेक्शन के नाम पर युनुस से 15 हजार रुपए की डिमांड कर दी।
इसके उपरान्त ग्राम अजराड़ा निवासी युनुस ने अवर अभियन्ता द्वारा बिजली कनेक्शन के नाम पर युनुस से 15 हजार रुपए की डिमांड के सन्दर्भ में एंटी करप्शन मेरठ मंडल कार्यालय में शिकायती पत्र सौंपते हुए बताया था कि उसने व उसके भतीजे जावेद ने विद्युत कनेक्शन लेने के लिए आनलाइन आवेदन किया था। दोनों मामलों में टीएफआर रिपोर्ट अतराड़ा बिजली घर पर तैनात अवर अभियंता अनिल कुमार के पास लंबित थी। वह अपने भतीजे के साथ कई बार धीरखेड़ा बिजली घर पर जाकर अवर अभियन्ता अनिल कुमार से मिले तथा विद्युत कनेक्शन जारी करने का अनुरोध किया तो अवर अभियन्ता अनिल कुमार ने 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग करते हुए बताया कि उसका कनेक्शन वाणिज्य है, इसके लिए उसको दस हजार रुपये तथा उसके भतीजे जावेद का कनेक्शन घरेलू है इसलिए उसको पांच हजार रुपये सरकारी फीस के अलावा रिश्वत में देने होंगे, तभी तुम दोनों को कनेक्शन मिल पाएगी।
रिश्वत देते ही टीम ने अवर अभियन्ता को दबोचा
अवर अभियन्ता अनिल कुमार द्वारा रिश्वत मांगने की जानकारी मिलते ही एंटी करप्शन प्रभारी राम सहाय यादव ने एक टीम का गठन करते अपना जाल बिछा दिया। पीड़ित ने अवर अभियन्ता अनिल कुमार से संपर्क किया तो उसने बताया वह हापुड़ स्थित डिविजन कार्यालय आया है, यहां से लौटकर मुलाकात करेंगे। कुछ देर बाद अवर अभियन्ता अनिल कुमार एक अन्य साथी के साथ बाइक पर सवार होकर असौड़ा पैठ के पास हापुड़ रोड स्थित शहनाई मंडप के पास बुला लिया। जहां शिकायतकर्ता से वह मिला और एक दुकान में चले गए। एंटी करप्शन की टीम ने यूनुस को 15 हजार रुपए दिए। यूनुस अवर अभियन्ता अनिल कुमार को 500-500 के 30 नोट रिश्वत के नाम पर दे दिए। रुपये लेते हुए अवर अभियन्ता अनिल कुमार को एप्टी करप्शन टीम ने उसे दबोच लिया। इस मामले में एंटी करप्शन के निरीक्षक राम सहाय यादव ने खरखौदा थाने में आरोपी अवर अभियन्ता अनिल कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।