
वाराणसी। पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के वाराणासी क्षेत्र के अंतर्गत संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित 220 केवी उपकेंद्र की शुक्रवार को जमीन पैमाइश करने पहुंचे बिजली अफसरों को छात्रों ने खदेडते हुए उनके ऊपर ईंट-पत्थर फेंके। मौके पर मौजूद आक्रोशित छात्रों ने मजदूरों से टेप आर मॉर्किंग राड छीन लिया। अधिकारियों ने भाग कर किसी तरह से अपनी जान बचाई। छात्रों ने कुलपति कार्यालय के सामने एकत्र होकर विश्वविद्यालय प्रशासन और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया।
ट्रांसमिशन के अधिशासी अभियंता इंद्रभान सिंह, सिविल विभाग के सहायक अभियंता विजय प्रकाश, मुकेश कुमार, अवर अभियंता घनश्याम भारती, रामाशीष कुमार, लेखपाल, कानूनगो और ठेकेदार सुबह 11 बजे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचे। संपूर्णानंदन विश्वविद्यालय समिति के न्याय वैशेषिक विभाग के आचार्य प्रो. रामपूजन पांडेय, संपत्ति प्रभारी डॉ. पद्माकर मिश्र और अभियंता रामविजय सिंह वहां पहले से ही मौजूद थे। नायब तहसीलदार की गैरमौजूदगी में लेखपाल और कानूगों ने जमीन की पैमाइश शुरू की। पैमाइश के वक्त एक छात्र पहुंचा और अधिकारियो से बातचीत कर लौट गया, थोड़ी देर बाद सैकड़ों छात्र वहां जुटने लगे। छात्रों ने सबसे पहले मजदूरों से टेप और मॉर्किंग राड छीन लिया है। उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। इसके बाद नारेबाजी करते हुए छात्रों ने अधिकरियों को दौड़ाते हुए ईंट-पत्थर फेंके।
हंगामा बढ़ते देख विभाग के अधिकारी अपने-अपने वाहन बैठकर किसी तरह जान बचाकर भाग निकले। अधिकारियों की टीम लौटने के बाद छात्रों का झुंड कुलपति कार्यालय के सामने पहुंचकर हंगामा किया। बिजली विभाग के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। घंटों बाद यहां माहौल शांत हुआ।
बताते चले कि संपूर्णानंद विवि में 220 केवी का सब स्टेशन का निर्माण के लिए शासन ने पारेषण विभाग को दो एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। उपकेंद्र बनने से वरुणापार में बिजली कटौती की समस्या समाप्त हो जाएगी। कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा के ट्रांसमिशन के अधिशासी अभियंता इंद्रभान सिंह को जमीन का सीमांकन कराने के लिए स्वीकृति दी थी। इसके लिए उनकी तरफ से पत्र भी जारी किया गया था। विवि सामिति के अध्यक्ष समेत सदस्यों का सहयोग करने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद बिजली विभाग ने तैयारी की थी। इसकी जानकारी मिलने पर एक साल पहले भी कर्मचारी और छात्रों ने जमकर बवाल किया था। उस वक्त भी जमीन की नापी करने पहुंचे अधिकारियों को दौड़ा लिया था। कई अधिकारियों के साथ अभद्रता भी की गई थी। कई दिनों तक वीसी कार्यायल के सामने बैठक कर धरना प्रदर्शन किया था।
कुलपति, संपूर्णानंद संस्कृत विवि ने बताया कि बिजली विभाग से जमीन के सीमांकन कराने को पत्र हमेशा आता रहता है। आज पैमाइश होने की जानकारी नहीं थी। छात्रों में रोष व्याप्त है। उन्हें वार्ता कर समझाया गया है। वही अधीक्षण अभियंता, पारेषण ने बताया कि अधिकारी जमीन की नापी करने पर छात्रों ने उन्हें खदेड़ दिया। पुलिस फोर्स के साथ दोबारा जमीन की पैमाइश कराई जाएगी।