
बड़ौत। हिलवाड़ी गांव में बिजली उपभोक्ताओं से अवैध उगाही करने की शिकायत पर ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक द्वारा हटाए गए संविदा लाइनमैनों को मुख्य शिकायत केंद्र पर तैनात कर उनसे चेकिंग व कनेक्शन काटने के नाम पर अवैध उगाही की शिकायत पर अधीक्षण अभियंता ने प्रकरण की जांच बैठी दी है।
इस सन्दर्भ में अधीक्षण अभियंता, बागपत केपी खान ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रकरण गंभीर लग रहा है। उपभोक्ताओं से अवैध वसूली बर्दास्त नहीं की जाएगी। इस प्रकरण की जांच अधीक्षण अभियंता द्वितीय को सौंपी गई है। तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
हिलवाड़ी गांव निवासी उपभोक्ता अंकुश तोमर ने शपथ पत्र पर अधीक्षण अभियंता को लिखित में शिकायत देते हुए बताया कि गांव में तैनात दो संविदा कर्मचारी खुद को उपखण्ड अधिकारी बताकर उपभोक्ताओं से अवैध उगाही करते थे। इसकी शिकायत 2020 में ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक को की गई थी। प्रबन्ध निदेशक ने जांच कराकर दोनों कर्मचारियों की संविदा समाप्त कर दी थी और ऊर्जा निगम के कर्मचारियों को निर्देशित किया था कि दोनों को पूरे पश्चिमांचल में कहीं पर भी न रखा जाए। आरोप है कि मुख्य शिकायत केंद्र पर तैनात अवर अभियन्ता ने संविदा कर्मचारियों के नाम बदलकर उन्हें मुख्य शिकायत केंद्र पर रख लिया था, जो इस समय उपभोक्ताओं से चेकिंग व कनेक्शन काटने के नाम पर अवैध उगाही कर रहे है। अधीक्षण अभियंता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की जांच बैठा दी थी और जल्द से जल्द कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित दिये थे, जो अब धूल खा रहे है।