
पश्चिमांचल के विभिन्न जिलों में बिजनेस प्लान 2024-25 के तहत बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ करने और ट्रिपिंग फ्री बिजली आपूर्ति के लिए नए बिजलीघरों का निर्माण होगा। मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और मुरादाबाद जिलों में 33/11केवी क्षमता के नौ नए बिजलीघरों का निर्माण प्रस्तावित किया गया। इन बिजलीघरों के निर्माण पर 45.85 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बिजलीघरों के चालू होने के बाद संबंधित क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी। बिजली लाइन और ट्रांसफॉर्मर में अधिक लोड वहन करने की क्षमता में वृद्धि होगी, साथ ही मौजूदा उपकेंद्रों पर लोड कम होने के फलस्वरूप ट्रिपिंग, फॉल्ट, इंटरप्शन आदि से निजात मिलेगी।
प्रबन्ध निदेशिका पीवीवीएनएल ईशा दुहन के निर्देश पर पश्चिमांचल डिस्कॉम के सभी 14 जनपदों में बिजली आपूर्ति में गुणात्मक सुधार और बिजली आपूर्ति नेटवर्क को सदृढ़ करने के लिए बिजनेस प्लान 2024-25 के अंतर्गत बिजली प्रणाली के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है। पावर कॉरपोरेशन अफसरों का दावा है कि स्वीकृत कार्य में से उपभोक्ताओं को बेहतर और निरंतर उच्च गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति के लिए 45.85 करोड़ रुपये की लागत से पश्चिमांचल के तीन जिलो में 33/11 केवी नए बिजली घरों का निर्माण बिजनेस प्लान 2024-25 के तहत कराया जाएगा।
संभल के बहापुर देहात, कमलपुर, ततारपुर रोड पर बनेंगे नए बिजलीघर
संभल में गत वर्ष ग्रीष्मकाल में 33/11 केवी उपकेंद्र बहजोई पर पीक लोड 1505 एंपियर था, जबकि इसकी क्षमता केवल 900 एंपियर थी। इस कारण शहरी और ग्रामीण फीडर दो-तीन शिफ्ट में ही आपूर्ति कर पाए। अतः नए उपकेंद्र बहापुर देहात और कमलपुर का प्रस्ताव अतिभारित समस्या को हल करने और निर्बाध आपूर्ति प्रदान करने के लिए किया गया। इस प्रकार 33/11 केवी उपकेंद्र पंचोदा कंबोह पर पीक लोड 1150 एंपियर था, जबकि इसकी क्षमता 760 एंपियर थी। इस समस्या के समाधान के लिए नए उपकेंद्र ततारपुर रोड का प्रस्ताव किया गया है।
मुरादाबाद में दलपतपुर-भिकनपुर द्वितीय बिजलीघरों का होगा निर्माण
मुरादाबाद में उपकेंद्र दलपतपुर और भिकनपुर के अतिभारित होने के कारण दो नए बिजलीघरों का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। नए उपकेंद्र दलपतपुर द्वितीय और भिकनपुर द्वितीय का निर्माण होने से ओवरलोडिंग की समस्या को दूर होने के साथ संबंधित क्षेत्र में निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सकेगी।
मुजफ्फरनगर में नई शामली रोड का प्रस्ताव
गत वर्ष ग्रीष्मकालीन मौसम में उपकेन्द्र शामली रोड और उपकेन्द्र मिमलाना रोड जिला मुजफ्फरनगर 90 प्रतिशत से अधिक क्षमता पर चले। उपकेन्द्र नई शामली रोड का निर्माण प्रस्तावित किया।
गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट, सीकरी मोदीनगर, नूरनगर में बनेंगे बिजलीघर
उपकेन्द्र लाजपत नगर और उपकेन्द्र राजेंद्र नगर-1 जिला गाजियाबाद 90 प्रतिशत क्षमता पर चल रहे थे, जिसके कारण हिंडन एयरपोर्ट के पास नए बिजलीघर का निर्माण प्रस्तावित किया गया। इसी तरह उपकेन्द्र मोदीनगर स्टील 90 प्रतिशत से अधिक क्षमता पर संचालित हो रहा था, यहां उपकेन्द्र सीकरी मोदीनगर में निर्माण प्रस्तावित किया गया। नूरनगर 80 प्रतिशत क्षमता पर संचालित हो रहा था, नए उपकेन्द्र नूरनगर-3 का निर्माण प्रस्तावित किया गया है।
क्या बोले अफसर
प्रबन्ध निदेशिका पीवीवीएनएल ईशा दुहन ने कहा कि पश्चिमांचल के तीन जिलों में बिजनेस प्लान 2024-25 के तहत प्रस्तावित किए गए नौ बिजलीघरों का निर्माण कार्य जल्द ही युद्धस्तर पर प्रारंभ हो जाएगा। इन बिजलीघरों के चालू होने के साथ ही संबंधित क्षेत्रों में औद्योगिक, शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त और निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी। औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। बिजली लाइन एवं ट्रांसफॉर्मर में अधिक लोड वहन करने की क्षमता में वृद्धि होगी। मौजूदा उपकेंद्रों पर लोड कम होने के फलस्वरूप ट्रिपिंग, फॉल्ट, इंटरप्शन से निजात मिलेगी। उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति में बड़ी राहत मिलेगी एवं निर्बाध आपूर्ति संभव हो सकेगी।