
लखनऊ। लेसा अन्तगर्त विश्वास खंड उपकेंद्र अधीनस्थ बीती 26.04.2024 की रात्रि लगभग 23ः00 बजे श्रीराम पार्क, नेहरू इन्केल्व पर लगा 250 केवीए ट्रान्सफार्मर से निर्गत एलटी लाईन की टेललेस यूनिट में आई अचानक खराबी के कारण उससे प्रभावित लगभग 20 घरों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए रात्रि में अस्थाई कार्य कराते हुए सप्लाई चालू कर दी गई। अगले दिन सुबह उपरोक्त टेललेस यूनिट को बदलवाने के उद्देश्य से लगभग 11ः10 बजे से 250 केवीए ट्रान्सफार्मर को बन्द कराकर अनुरक्षण का उक्त कार्य शुरू किया। बन्द होने की सूचना आस-पास के उपभोक्ताओं को एवं दूरभाष द्वारा 1912 पर भी दे दिया गया।
इसी कार्य के दौरान स्थानीय निवासी श्रीमती अंजू वार्ष्णेय, जो कि अपने आपको समाजसेवी बताती है, द्वारा मौके पर अनुरक्षण कार्य होते देखने के उपरान्त भी विश्वास खंड उपकेंद्र पर आकर गलत तरीके से वीडियो बनाते हुये लाईट काटने का कारण पूछा, जिस पर एसएससो ने बताया कि आपके फ्लैट के सामने श्रीराम पार्क में ट्रांसफार्मर की टेललेस यूनिट के मरम्मत का कार्य किया जा रहा हैं, कुछ देर में लाइट आ जायेगी।
एसएससो से जानकारी प्राप्त होने के पश्चात भी श्रीमती अंजू वार्ष्णेय उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर उमेश कुमार के कक्ष में आकर बिजली काटने का एवं उपभोक्ताओं को परेशान करने का आरोप लगाते हुये अभद्र शैली में बात करने लगी एवं विडियो बनाने लगी, जिस पर उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर उमेश कुमार कि आपके घर के सामने लगा ट्रांसफार्मर पर मरमम्त का कार्य किया जा रहा हैं, कुछ देर में बिजली आ जायेगी।
लेकिन श्रीमती अंजू वार्ष्णेय द्वारा लगातार अपशब्द का प्रयोग करते हुए उपखण्ड अधिकारी पर अनाप शनाप आरोप लगते हुए बना रही विडियो को वायरल करने की धमकी दी गयी, जिस पर उपखण्ड अधिकारी इंजीनियर उमेश कुमार द्वारा यह कहने पर कि “आप जाइये मौके पर कार्य हो रहा है… शीघ्र बिजली आ जायेगी“…. यह सुनते ही श्रीमती अंजू वार्ष्णेय ने अपना आपा खोते हुए द्वारा कहा गया कि एक उपभोक्ता को जाने को कैसे कह सकते हैं।
श्रीमती अंजू वार्ष्णेय द्वारा बिना अनुमति लगातार विडियो बनाते हुए अर्बद में लेने का प्रयास कर रही थी, जिससे उपभोक्ताओं के भी कार्य बाधित हो रहे थे जिसके कारण उपखण्ड अधिकारी द्वारा विडियों बनाने से मना किया गया।
श्रीमती अंजू वार्ष्णेय द्वारा उपखण्ड कार्यालय में बनायी गयी विडियो का कुछ हिस्सा ही उनके द्वारा मीडिया के माध्यम से वायरल किया गया, यदि उपरोक्त विडियों का पूरा हिस्सा यदि वायलर कर दे, तो स्वयं सवालों के घेरे में आ जायेगी. जारी विडियों से भी बात करने का लहजा समझा जा सकता है। सम्पूर्ण विडियो से स्पष्ट हो जायेगा कि श्रीमती अंजू वार्ष्णेय द्वारा किस प्रकार से अभ्रद तरीके से उपखण्ड कार्यालय में उपखण्ड अधिकारी के ऊपर बिजली चोरी करवाने का लगाते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुॅचाने का कार्य कर रही थी।
हो सकता है हमारी रिपोटिंग गलत हो, इसलिए इस समाचार के माध्यम से श्रीमती अंजू वार्ष्णेय से अनुरोध करते है कि सम्पूर्ण विडियों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करे, ताकि सच्चाई समाने आ सके।
विद्युत नगरीय वितरण खण्ड, गोमती नगर के अधिशासी अभियन्ता इंजीनियर धीरज यादव के अनुसार चूकि अनुरक्षण का उक्त कार्य अति आवश्यक था एवं उसके न होने से वहां पर स्थापित परिवर्तक के क्षतिग्रस्त होने की प्रबल संभावना थी, जिससे दीर्घकालीन विद्युत व्यवधान उत्पन्न हो सकता था, इसलिए उक्त अनुरक्षण कार्य उपभोक्ता हित में आकस्मिक रूप से कराया गया। यह कार्य अनुरक्षण माह में ही होना था समान देर से मिलने के कारण अब कराया जा रहा है।