
मेरठ। बिजली विभाग को कर्मचारी ही विभाग को फटका लगाने का कार्य कर रहे है, जिसका अंदाजा इस तरह लगाया जस सकता है, कि सिर्फ उत्तर प्रदेश राज्य के मेरठ में पिछले एक वर्ष में 1187 ट्रांसफार्मर चोरी हुए है, जिसका खुलासा स्थानीय पुलिस नहीं कर सकी है। यदि प्रतिदिन औसत निकाले, तो 3 से अधिक ट्रांसफार्मर प्रतिदिन चोरी हो रहे है।.
बिजली विभाग को कर्मचारी ही फटका लगा रहे हैं। ताजा मामला ज़िला मेरठ स्थित मवाना नगर में चोरों द्वारा विद्युत ट्रांसफार्मर चोरी के इरादे से उतार तो लिया, लेकिन उसे ले जाने में कामयाब नहीं हो सके थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक ऑडियो के अनुसार एक ट्रांसफार्मर मुबारिकपुर रोड से चोरों ने चोरी के इरादे से खंभे से नीचे उतार लिया। लेकिन जब चोरों ने उक्त बिजली के ट्रांसफार्मर को खोला तो वह कॉपर के बजाय सिल्वर का निकला। इसके बाद चोर उसे मौके पर ही छोड़कर चले गए। इस ट्रांसफार्मर को कर्मचारियों ने उठाकर रख लिया तथा उसे बेचकर पैसा आपस में बांट लिया, इसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सूचना पर पहुंचे कर्मचारी उसे उठा ले गए तथा अपने कमरे पर ढककर रख लिया, बाद में उसे बेच दिया। पैसा आपस में बांट लिया गया। वायरल ऑडियो में एक कर्मचारी अपने हिस्से के पैसों की मांग करते हुए पूछ रहा है कि ट्रांसफार्मर कितने में बिका। अभी तक बिजली विभाग के कर्मचारियों पर केवल बिजली चोरी कराने के मामले में ही उंगली उठती थी, लेकिन इस ऑडियो से लग रहा है कि विभाग के कर्मचारी जहां भी संभव होता है विभाग को फटका लगाने से नहीं चूकते हैं। अधिशासी अभियंता देशराज सोनी का कहना है कि ट्रांसफार्मर चोरी हुआ था। उसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन उसे कर्मचारियों ने बेचा है, इसकी जानकारी नहीं है। ऑडियो मिलने पर जांच कराकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।