
नादौन (हमीरपुर)। बिजली बोर्ड पेंशनर फोरम इकाई नादौन की बैठक रविवार को इकाई अध्यक्ष राजकुमार चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें वरिष्ठ उपप्रधान भगत राम, सचिव विधि चंद, कोषाध्यक्ष पिरथी चंद सहित अन्य पेंशनर उपस्थित रहे। बैठक में समस्त पेंशनरों ने बोर्ड के रवैया को लेकर रोष व्यक्त किया। बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि बिजली बोर्ड लिमिटेड का प्रबंधन वर्ग इसका सही तरीके से संचालन करने में पूर्ण रूप से विफल रहा है। बिजली बोर्ड लिमिटेड की आर्थिक स्थिति कुप्रबंधन के चलते बदतर होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी बिजली बोर्ड लिमिटेड से गत वर्ष सेवानिवृत्त हुए हैं या अभी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनकी ग्रेच्युटी व लीव इन कैशमेंट का भुगतान नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि 2016 के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को सरकार के आदेशों के मुताबिक संशोधित दरों पर 50-50 हजार रुपये की बकाया राशि और संशोधित ग्रेच्युटी का 20 फीसदी भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। संशोधित वेतनमानों के आधार पर एक जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के पेंशन संशोधन के हजारों मामले लंबित पड़े हैं। अप्रैल 2023 के बाद कर्मचारियों व पेंशनर्स की अदायगियों से संबंधित ड्राइंग लिमिटस जारी नहीं हो पाई है। आज लगभग ढाई सौ करोड़ की ड्राइंग लिमिटस लंबित पड़ी हैं। यहां तक कि कर्मचारियों की पदोन्नति से जुड़ी फाइलें भी लगभग तीन माह से लंबित है। पिछले लगभग आठ माह से बिजली बोर्ड जैसी महत्वपूर्ण संस्था को एक कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के हवाले छोड़ा गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से बिना किसी देरी के बिजली बोर्ड लिमिटेड में सक्षम और स्थाई प्रबंध निदेशक नियुक्त करने की मांग की है।