
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन द्वारा बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी किये जाने से कर्मचारियों पर कार्य का अधिक भार पड़ने से सीतापुर जिले के सिधौली टाउन विद्युत उपकेन्द्र पर कार्य कर रहे नीरज की बिजली के चपेट में आने से मौत।
सीतापुर। सिधौली में बुधवार को एक दर्दनाक घटना में वर्ल्डक्लासेज कंपनी के प्राइवेट लाइनमैन विजय बहादुर उर्फ नीरज (34) की इलाज के बाद मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने गुरुवार को विद्युत उपखंड कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। मृतक लाइनमैन कमलेश की सोमवार को सिधौली तहसील मार्ग पर बिजली लाइन की मरम्मत के दौरान वह करंट की चपेट में आकर पोल से नीचे गिर गए थे। इलाज के दौरान दम तोड़ा। वह अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों (5 वर्ष और 2 वर्ष) के साथ सिधौली कस्बे में किराए के मकान में रहते थे।
सहकर्मियों बबलू सिंह, सुधांशु त्रिपाठी, राजू और सुधाकर शुक्ल ने बताया कि हादसे के समय नीरज के पास न तो दस्ताने थे और न ही सेफ्टी बेल्ट। कोई भी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं था।
मामले में एक अहम सवाल यह भी उठा है कि जब बिजली की लाइन कटी हुई थी और शटडाउन लिया गया था, तो फिर करंट कैसे आया। विभागीय कर्मचारियों में इस घटना से शोक की लहर है। साथ ही बिजली विभाग और अधिकारियों के प्रति आक्रोश भी है।
परिजनों की स्थिति बेहद दयनीय है और गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर शाम 5 बजे विद्युत उपखंड कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने विभागीय स्तर पर मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की जा रही है। विभाग ने विद्युत एसडीओ ने परिजनों को विभागीय प्रक्रिया पूरी कर 10 लाख रुपये का मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
स्थिति को देखते हुए विद्युत विभाग ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली प्रभारी बलवंत शाही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। एसडीओ ने कहा कि मामले की जांच कर नियमानुसार हर संभव मदद की जाएगी।