वाराणसी। 132 केवी कंचनपुर बीएलडब्ल्यू से डीपीएच उपकेंद्र तक डाली जा रही नई भूमिगत 33 केवी केबिल क्षतिग्रस्त होने से होमी भाभा कैंसर अस्पताल में घंटों गुल हो गई बिजली के मामले में विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में निर्माण खंड के अवर अभियंता मनीष गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। इसमें निर्माण खंड की सहायक अभियंता पूजा कुमारी, नगरीय विद्युत वितरण खंड सप्तम के उपखण्ड अधिकारी जितेंद्र प्रसाद व अवर अभियन्ता पंकज जायसवाल से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वाराणसी प्रथम जोन मुख्य अभियंता अरविंद कुमार सिंघल ने बताया कि बिजनेस प्लान 2023-24 के तहत 23-24 मई की मध्य रात्रि में 132 केवी कंचनपुर बीएलडब्ल्यू से डीपीएच उपकेंद्र तक नई लाइन डाली जा रही थी। भूमिगत 33 केवी केबिल कार्य के दौरान पूर्व से ही जा रही होमीभाभा कैंसर हास्पिटल को विद्युत आपूर्ति कर रही 33 केवी भूमिगत केबिल क्षतिग्रस्त हो गई। यह कार्य भले ही ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा था, लेकिन निगरानी विभाग को ही करनी पड़ती है।
तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद थे, लेकिन क्षेत्र के अवर अभियंता मनीष गुप्ता नहीं थे। बुलाने पर भी नहीं आए। आरोप है कि अवर अभियंता अगले दिन भी नहीं आए। इधर, लाइन बनाने में 12 घंटे से अधिक का समय लग गया था। इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत कर दी। इसके बाद मामले की जांच कराई गई, जिसमें संबंधित अवर अभियंता को प्रथम दृटया दोषी मानते हुए निलंबित करते हुए दूसरे विभाग में सम्बद्व कर दिया गया है।
निलंबन से अभियंताओं में आक्रोश
अवर अभियंता मनीष गुप्ता के निलंबित करने के विरोध में शनिवार को राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन शाखा की आकस्मिक बैठक भिखारीपुर स्थित संगठन कार्यालय में हुई। इसमें अभियंताओं ने अपने साथी के निलंबन पर नाराजगी जताते हुए चेतावानी दी कि अगर इस तरह की कार्रवाई की गई, तो इसका खामियाजा काशीवासियों को उठाना पड़ सकता है। बैठक में पूर्वांचल सचिव नीरज बिंद, क्षेत्रीय अध्यक्ष पंकज, रवि चौरसिया, रत्नेश सेठ, गुलाबचंद, अभिषेक मौर्या, शिवेन्द्र, लालव्रत, सर्वेश आदि थे। अध्यक्षता संजय भारती व संचालन प्रमोद कुमार ने किया।