
सीतापुर। बिजली विभाग बिना मीटर लगाए ही उपभोक्ताओं को भुगतान के लिए बिल भेज रहा है। कागजों पर उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लग गए हैं, जबकि हकीकत में ऐसे करीब पांच से छह सौ बिजली मीटर मछरेहटा उपकेंद्र में रखे हुए हैं। इनमें नलकूप के कनेक्शन के मीटरों की बड़ी संख्या है। उधर, उपभोक्ता मीटर लगवाने के लिए मीटर आफिस के चक्कर लगा रहे हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत पर उच्च अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। विभाग की इस मनमानी शैली से उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। मीटर न लगने से विभाग को भी राजस्व की चोट लग रही है। जाहिर है कि इसमें विभाग की संलिप्तता है।
यह कारनामा कर दिखाया है तत्कालीन अवर अभियंता मछरेहटा पावर हाउस कामता प्रसाद वर्मा ने, जिनको उपभोक्ता के यहां लगाने के लिए 3 फरवरी 2023 से लेकर 3 अप्रैल 2023 तक 394 थ्री फेस मीटर जारी किए गए थे, हैरानी की बात यह है कि सभी का मीटर बिलिंग सिस्टम पर अपडेट है, साथ ही उन सभी मीटरो की सीलिंग सर्टिफिकेट भी भर दिया गया, परंतु आज तक उपरोक्त में से 356 मीटर आज भी मछेरेहटा पावर हाउस एवं संदना, सीतापुर में आज भी कूड़े की तरह फेके हुए हैं… उपरोक्त मामले में कई बार कार्यालय सहायक अभियंता मीटर द्वारा स्पष्टीकरण नोटिस भी दिया जा चुका है. उपरोक्त कारनामे से आज अधिशासी अभियंता से लेकर और उपखण्ड अधिकारी के साथ-साथ अवर अभियंता तक के घेरे में खड़े हैं।
एक साल बाद भी नहीं लगा मीटर
संदना के राममूर्ति सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि घर में मीटर नहीं लगा है, लेकिन विभाग बिल भेजा जा रहा है। इसी तरह आलोक व अशर्फी ने बताया कि एक साल पहले नलकूप का कनेक्शन लिया था, लेकिन अब तक मीटर नहीं लग सका है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से भुगतान के लिए बिल भेजा जा रहा है।
मीटर न मिलने पर विजिलेंस टीम लगाती है जुर्माना
समय यमय पर खासतौर पर प्रमुख त्यौहारों पर बिजली चोरी रोकने को विजिलेंस टीम लगातार क्षेत्र में आ जाती है। संदना क्षेत्र में कई बार मीटर न लगने पर भारी भरकम जुर्माना उपभोक्ताओं पर लगाया जाता है, जबकि उपभोक्ताओं के नाम विभाग ने मीटर भी जारी कर दिए हैं। जुर्माना लगने के बाद लोग कार्यालय के चक्कर लगाते हैं।
शिकायत के बाद अधिकारी अनजान
उपकेंद्र परिसर में बिजली मीटर रखे होने के बारे में विभागीय अधिकारियों को पता है। इसके बाद भी वह लोग नजर अंदाज कर रहे है। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा से उपभोक्ताओं को परेशान हो रही है। बिजली चोरी होने से लाइनलास भी बढ़ रहा है, जबकि शासन की मंशा है कि जल्द से जल्द लाइनलास कम किया जाए।
इस बारे में अधीक्षण अभियंता नंदलाल का भी उपकेंद्र परिसर में बिजली मीटर रखे होने की जानकारी नहीं है, जानकारी देने पर बताया कि प्रथम दृष्टया प्रकरण गंभीर है पता करके कार्रवाई की जाएगी।