
उत्तर प्रदेश सरकार की मेहरबानी से प्राइवेट हाथों में पहुंची ग्रेटर नोएडा में बिजली सप्लाई एनपीसीएल के खिलाफ आखिरकार लोगों में नाराज फूट ही गई। ग्रेटर नोएडा के ननुआ का राजपुर गांव के लोगों ने एनपीसीएल ऑफिस पर जमकर हंगामा किया। आरोप है कि 10 दिनों से ट्रांसफॉर्मर खराब है। भीषण गर्मी में उसके ना बदलने से ग्रामीण नाराज है। ग्रामीणों ने अव्यवस्था को लेकर जमकर नारेबाजी की।
निजीकरण के विकल्प को बेहतर बताने वाले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के लिए यह रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण है… ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का दावा है कि निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिलेगी… लेकिन यहां की तस्वीरे तो ऊर्जा मंत्री के दावे की पोल खोल रही है..
आप जो वीडियो देख रहे हैं यह वीडियो ग्रेटर नोएडा के नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड कार्यालय के सामने की है, जहां पर ग्रेटर नोएडा के नेनुआ राजपुर ग्रामीणों द्वारा नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड कार्यालय हंगामा कर रहे हैं… इनका कहना है कि पिछले दस दिनों से हमारे गांव की बिजली आपूर्ति ठप है… हमारे यहां लगे दोनों ट्रांसफार्मर पन्द्रह जून को ही जल गए थे, जो अभी भी पोल पर लगे हुए हैं…
ग्रामीणों का कहना है कि पीछे दस दिनों से बिजली न आने की लिखित शिकायत लगातार नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों से की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई… जिससे नाराज होकर नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड के कार्यालय के बाहर हंगामा कर रहे हैं… पीछे दस दिन से बिजली न आने के कारण पूरा गांव प्रभावित है और लोगों का दैनिक जीवन अस्त व्यस्त हो गया है…
ग्रामीणों को कहना है कि आखिर सरकार द्वारा बिजली व्यवस्था को प्राइवेट हाथों में देने से क्या फायदा?