
पावर कारपोरेशन में खुद की बनाई गई स्थानांतरण नीति की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने तरीके से नॉन स्टॉप तबादला एक्सप्रेस चलाया जा रहा है… इस तबादला एक्सप्रेस पर आने वाला खर्च पावर कॉरपोरेशन किस प्रकार से वहन करेगा और कितना करेगा… यह तो आने वाला समय बताएगा… फिलहाल स्थानांतरण से जुड़ा एक दिलचस्प मामला प्रकाश में आया है… जाने का प्रयास करते हैं क्या है उक्त प्रकरण ?
आज हम बात करते हैं बागपत निवासी इंजीनियर अनिल कुमार, इनकी सैफ आईडी 2018 116 है… वर्तमान समय में मानक मऊ अंतर्गत विद्युत वितरण खंड – नकुड के उपखंड अधिकारी के पद पर तैनात हैं… का स्थानांतरण छप्पर फाड़ स्थानांतरण के रूप में देखा जा रहा है… क्योंकि इस स्थानांतरण की आंधी में कभी मरे हुए व्यक्ति का स्थानांतरण कर दिया जाता है… तो कभी जीवित अधिकारियों का एक नहीं दो-दो बार स्थानांतरण कर दिया जाता है… ऐसे में जिस अधिकारी का स्थानांतरण हुआ…उसके सामने एक तरफ कुआ तो दूसरी तरफ खाई जैसा है।
बताते चले कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशिका ईशा दुहन ने मानक मऊ अंतर्गत विद्युत वितरण खंड – नकुड के उपखंड अधिकारी अनिल कुमार का स्थानांतरण कार्यालय ज्ञाप संख्या 3084 दिनांक 16. 06. 2025 के आदेश के अनुसार मुरादाबाद क्षेत्र में कर दिया जाता है… उसी के कुछ समय बाद ही उनका एक और मुरादाबाद क्षेत्र आमंत्रित करते हुए स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया जाता है, जिसका कार्यालय ज्ञाप संख्या 3106 दिनांक 16. 06. 2025 है…उक्त स्थानांतरण पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो जाता है।
इसके पूर्व स्वर्गवासी कार्मिक चारुल पांडे का भी फतेहपुर जनपद में स्थानांतरण आदेश जारी कर कर दिया गया था… अभी यह भी बात खत्म है ही नहीं हुआ था कि एक और गैर जिम्मेदारा आदेश आप सभी के सामने।
अब तो भगवान ही बताएं कि उपखंड अधिकारी अनिल कुमार किस तरह से दोनों क्षेत्र संभालते हैं?