
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अंतर्गत मुंशी पुलिया डिविजन, गोमती नगर जोन अधीनस्थ सुगमऊ पावर हाउस चल रहे भ्रष्टाचार का अंत होते नजर नहीं आ रहा है…
यूपीपीसीएल मीडिया द्वारा चलाई जाने मुहिम के फल स्वरुप बुझे हुए मन से… कार्रवाई करते हैं उच्च अधिकारी …
उच्च अधिकारियों को यह एहसास होता है कि यदि हम खुल कर कार्रवाई कर देंगे, तो यूपीपीसीएल मीडिया की जेब गर्म हो जाएगी… जबकि ऐसा नहीं है… यदि समय पर कार्यवाही हो जाए एक वित्तीय हानि से विभाग बचता है…
यूपीपीसीएल मीडिया के फॉलोअप से परेशान उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई का रचा ढोंग…
– जिसके तहत सबसे पहले ऐसे अवर अभियंता की नियुक्ति यहां कर दी, जो अपनी बेटी के शादी के लिए पहले से ही छुट्टी ले रखा हो..
– लोलाई पावर हाउस जैसे मलाईदार पावर हाउस पर नियुक्ति करने के लिए भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा का स्थानांतरण दिनांक 28 अक्टूबर 2024 का रद्द करते हुए दिनांक 6 नवंबर 2024 को स्थानांतरण आदेश जारी किया जाता है जिसमें गोमती नगर सर्कल से अटैच करने का आदेश होता है…
– मामला प्रकाश होने पर “यूपीपीसीएल मीडिया“ द्वारा उच्च अधिकारियों का खेल का पर्दाफाश किया जाता है, जिससे निराश होकर अवर अभियंता प्रभा शंकर तिवारी को लोलाई पावर हाउस पर दे दिया जाता है जिम्मेदारी…
– नया स्थानांतरण आदेश जारी होने के लगभग 10 दिन बीतने के बाद भी जब संबंधित अधिकारियों द्वारा उक्त भ्रष्ट अधिकारी को रिलीव (कार्य मुक्त) नहीं किया जाता है.. तो “यूपीपीसीएल मीडिया“ द्वारा इस संदर्भ में खबर प्रकाशित की जाती है, जिसको लेकर हरकत में आई मध्यांचल मुख्यालय से संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की गई, जिसमें यह जानकारी सामने आया कि अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा को चिकनगुनिया नामक बीमारी से पीड़ित है… जबकि डिवीजन स्तर पर यह हल्ला थी कि अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा को डेंगू नामक बीमारी से पीड़ित है…. इन सब के बीच सबसे अहम सवाल यह प्रकाश में आया कि चाहे चिकनगुनिया हो अथवा डेंगू… दोनों ही सूरत में पीड़ित व्यक्ति इतना कमजोर हो जाता है क्यों अपना दैनिक ऑफिशल कार्य नहीं कर सकता… तो फिर आवेदक के आवेदन पत्र पर संयोजन कैसे निर्गत किया जा रहे थे?
– खैर संबंधित अधीक्षण अभियंता, महोदया द्वारा यूपीपीसीएल मीडिया के संपादक को आश्वासन दिया कि आज अधिशासी अभियंता छुट्टी पर है… कल रविवार होने के कारण सोमवार को वह जरूर कार्यमुक्त हो जाएगा…
– संबंधित अधिकारियों द्वारा इस कार्यमुक्ति कार्यक्रम में भी बहुत बड़ा खेल खेला गया.. जिसके तहत पहले से ही छुट्टी पर चल रहे सेक्टर 14 ऑल पावर हाउस का कार्यरत अवर अभियंता दिनेश यादव को अतिरिक्त जिम्मेदारी…
सुगमऊ पावर हाउस पर अवर अभियंता दिनेश यादव को ही अतिरिक्त जिम्मेदारी क्यों दी गई …. यह जानने का करते हैं प्रयास
– एक बहुत बड़े गेम प्लान के तहत छुट्टी पर चल रहे अवर अभियंता दिनेश यादव को इसके लिए वर्तमान सुगमऊ अवर अभियंता कुशवाहा द्वारा अवर अभियंता दिनेश यादव के घर जाकर काफी मिन्नतों के बाद अपने गाड़ी से मुंशी पुलिया डिवीजन लाया जाता है… और उनको सुगमऊ पावर हाउस की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जाती है…
– सुगमऊ पावर हाउस पर कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत वापस उनके घर पर अपनी ही गाड़ी से भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा द्वारा घर छोड़ा जाता है…
– इसी बीच भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा के पहले स्थानांतरण आदेश जारी होने के उपरांत जिस तेजी से विद्युत संयोजन जारी हो रहे थे.. इस तेजी से आज भी विद्युत संयोजन जारी हो रहे हैं… (संयोजन के संदर्भ में अधिशासी अभियंता महोदय से जानकारी प्राप्त की गई है जो अभी तक नहीं मिला है अब सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त के लिए तैयारी की जा रही है)
– प्रायः यह देखा गया है कि किसी भी अवर अभियंता अथवा किसी भी अधिकारी को जब कोई कुछ समय के लिए अतिरिक्त चार्ज दिया जाता है, तो इसका फोकस सिर्फ विद्युत व्यवस्था को बनाए रखने के लिए होता है… संयोजन संबंधित कार्य जल्दी वह किसी विवाद से बचने के लिए नहीं करता है… लेकिन यहां पर स्थिति बिल्कुल अलग है… यहां पर ध्यान सिर्फ और सिर्फ संयोजन पर ही है…
– कार्यमुक्त होने के उपरांत भी भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा अधिकतर समय का उनके मोबाइल नंबर 8707XXXX34 का लोकेशन सुगमऊ पावर हाउस पर ही रहा है.. ऐसा क्यों? जबकि उनका लोकेशन कार्यालय समय में गोमती नगर सर्कल में होना चाहिए…
– प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा एवं वर्तमान अवर अभियंता दिनेश यादव दोनों ही सहपाठी है.. और एक दूसरे का आपसी सामंजस्य अच्छा है… यहीं कारण है कि उन्हे तत्काल में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई… जो निकट भविष्य में नियमित रूप से वहीं पर नियुक्ति कर दी जायेंगी, ताकि भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा कभी प्रकाश में न सके और अपनी सुविधानुसार कार्य कराया जा सके …
“यूपीपीसीएल मीडिया” की जांच रिपोर्ट के अनुसार प्रतिदिन खबर से परेशान होकर उच्च अधिकारियों के तालमेल से भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा सिर्फ कागजो पर ही कार्यमुक्त करने का लिया गया था फैसला… जिसके तहत एक सोचिए समझी रणनीति के तहत छुट्टी पर चल रहे…अवर अभियंता दिनेश यादव (जिनका कार्य महिला पॉलिटेक्निक के अवर अभियंता कप्तान सिंह को दिया गया था) को भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा तुम्हारा घर से मुंशी पुलिया डिवीजन कार्यालय लाकर दिया गया… ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया कि कार्यालय के ऑन रिकॉर्ड में नाम अवर अभियंता दिनेश यादव का नाम रहे… और उनके नाम पर कार्य भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा करता रहे… दोनों अवर अभियंता मिलकर सुगमऊ उपभोक्ताओं/आवेदकों का खून चूसते रहे… और यूपीपीसीएल मीडिया को बेवकूफ बनाते रहे… 🤔🤪