
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम अन्तगर्त उपखण्ड, अतरौली क्षेत्रान्तर्गत मीटर रीडर रमन कुमार द्वारा एक महिला उपभोक्ता से विद्युत बिल सही कराने के लिये महिला के शील को अपमानित करने के उद्देश्य से आपत्तिजनक व अशोभनीय वार्ता करने के आरोप में अतरौली उपकेन्द्र के उपखण्ड अधिकारी वीरेन्द्र सिंह हुए निलंबित कर दिया गया है।
बताते चले कि मीटर रीडर तथा उक्त महिला उपभोक्ता की बातचीत के ऑडियो क्लिप की रिकार्डिंग से स्पष्ट है कि मीटर रीडर द्वारा महिला को अपना विद्युत बिल सही कराने हेतु साहब से मिलने का प्रबल सुझाव आपत्तिजनक रूप से दिया गया था। चूकि बिल संशोधन का अधिकार उपखण्ड अधिकारी को ही प्राप्त है एवं मीटर रीडर पर उपखण्ड अधिकारी का नियंत्रण होता है, जो नहीं होने से इस प्रकार का प्रकरण सामने आया, जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है। इसलिए उपखण्ड अधिकारी, विद्युत वितरण उपखण्ड-अतरौली इंजीनियर वीरेन्द्र सिंह अन्तर्गत विद्युत वितरण खण्ड, सण्डीला, हरदोई का दोषी मानते हुए प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम भवानी सिंह खंगारौत ने तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुये कार्यालय मुख्य अभियन्ता (वितरण) सीतापुर क्षेत्र, सीतापुर से सम्बद्ध कर दिया।
हालांकि यूपीपीसीएल मीडिया के जांच रिपोर्ट के अनुसार प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम भवानी सिंह खंगारौत द्वारा उपखंड अधिकारी वीरेंद्र सिंह इतना दूर दूर तक इसका कोई वास्ता नहीं है।
प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम भवानी सिंह खंगारौत अपने भरावन निवासी अमिता मौर्य नामक महिला उपभोक्ता के प्रकरण में उपरोक्त कार्रवाई की है, इस प्रकार के मिलता जुलता आरोप पहले भी कई अधिकारियों के ऊपर लग चुकी है, जिसको लेकर जिले के कई थानों में मुकदमा दर्ज भी है।
यदि उपरोक्त ऑडियो को ध्यानपूर्वक सुना जाए, तो यह सच्चाई जाहिर हो जाता है कि उपरोक्त महिला ने ना ही अपना कनेक्शन संख्या अथवा मीटर संख्या बताई और ना ही कभी उसने बिजली विभाग में प्रार्थना पत्र देना तो दूर …. संपर्क तक नहीं किया। ना ही कभी उच्च अधिकारियों से इस विषय में संपर्क किया, लेकिन अंधेर नगरी के चौपट राजा ने सिर्फ ने एक ऑडियो को आधार बनाकर इस प्रकार के गलत आरोप को लगाते हुए निलंबन की कार्रवाई कर दी।
उपभोक्ताओं के हित में कार्य करने के दौरान निलंबन होना आजकल विभाग में आम बात हो गई है, लेकिन जिस प्रकार का आरोप लगाकर निलंबन करना समाज में जो प्रतिष्ठा धूमिल किया है, इससे यह जाहिर हो रहा है कि अब विभाग के गलत दिशा पर जा रही है।
उपरोक्त प्रकरण को लेकर यूपीपीसीएल मीडिया टीम जल्द ही हरदोई जा रही है, और अपने आगामी अंक में उपरोक्त भीम का खुलासा करेगा,जिससे उपरोक्त गलत कार्रवाई का पर्दाफाश हो सके।